India-Focused Funds में $382 Million की भारी निकासी, Global Liquidity का रुख अब China और Commodities की ओर

Saurabh
By Saurabh

India-dedicated funds से इस सप्ताह $382 million की निकासी हुई है, जो पिछले दो महीनों में सबसे अधिक है। यह आंकड़ा पिछले सप्ताह के $197 million और उससे पहले के $72 million की तुलना में काफी तेज़ी से बढ़ा है। Elara Securities के Global Liquidity Tracker के अनुसार, वैश्विक निवेशक अब India-focused funds से पैसा निकालकर अपनी पूंजी China, precious metals और commodities में निवेश कर रहे हैं। जुलाई 2025 से अब तक India-dedicated funds में कुल outflows $2.9 billion तक पहुंच गए हैं, जो अप्रैल से जुलाई के बीच $2.8 billion के inflows को लगभग पूरी तरह से मिटा चुके हैं। यह बदलाव India में निवेश के लिए नकारात्मक संकेत माना जा सकता है, खासकर तब जब global liquidity का प्रवाह अन्य क्षेत्रों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। Elara Securities की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले छह हफ्तों में हुई सभी निकासें long-only funds से ही हुई हैं, जबकि ETFs के inflows या outflows में कोई खास परिवर्तन नहीं देखा गया। खास बात यह है कि Japan-domiciled retail funds अब Indian equities के सबसे बड़े विक्रेता बन गए हैं, इसके बाद Luxembourg-based funds का नंबर आता है। वहीं Ireland-based funds पर इसका फिलहाल कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। जबकि India-focused funds से निकासी हो रही है, global investors का रुझान चीन की ओर बढ़ता जा रहा है। Global Emerging Market (GEM) funds ने पिछले दो महीनों में $9 billion के inflows दर्ज किए हैं, जिनमें ज्यादातर निवेश global ex-US strategies से आया है

यह दर्शाता है कि निवेशक अब emerging markets में चीन को भारत की तुलना में प्राथमिकता दे रहे हैं। इसी के साथ, commodities और precious metals में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। Commodity sector funds ने लगातार 15 हफ्तों तक inflows की रिकॉर्डिंग की है, और जुलाई से अब तक $16.8 billion की शुद्ध निकासी हुई है। यह 2020 के बाद से commodities क्षेत्र की सबसे मजबूत रिकवरी मानी जा रही है। Elara Securities के अनुसार, यह वृद्धि global commodity cycle में “structural breakout” के संकेत देती है। Global Metals & Mining Index ने 2008 के उच्चतम स्तर को पार कर लिया है, जो 2022 के बाद पहली बार हुआ है और यह सेक्टर में और भी उछाल की उम्मीद जगाता है। Precious metal funds ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। केवल इस सप्ताह ही इन फंड्स में $11 billion की inflows दर्ज हुईं, जो पिछले सप्ताह की तुलना में लगभग दोगुनी हैं। पिछले दो महीनों में इन फंड्स ने कुल $80 billion का रिकॉर्ड inflow प्राप्त किया है, जो EPFR इतिहास में सबसे मजबूत inflow phase रहा है। दूसरी तरफ, US equity flows भी मजबूती बनाए हुए हैं

पिछले चार हफ्तों में विदेशी निवेशकों ने US equities में $33 billion और domestic funds ने $17 billion का निवेश किया है। हालांकि, Elara Securities ने यह भी नोट किया है कि अप्रैल 2025 में Trump के tariff घोषणा के बाद से long-term momentum में कुछ मंदी आई है। Global high-yield bond funds में इस समय $4.7 billion की निकासी हुई है, जो अप्रैल में “Tariff Week” के बाद से सबसे बड़ी निकासी है। यह संकेत देता है कि निवेशक अब जोखिम वाले क्रेडिट संपत्तियों से बचने लगे हैं। कुल मिलाकर यह आंकड़े global liquidity के बड़े बदलाव को दर्शाते हैं, जहां निवेशक भारत से अपने निवेश वापस लेकर चीन, commodities और precious metals की ओर बढ़ रहे हैं। India-focused funds में निकासी की यह लहर बाजार के लिए एक सतर्कता का संकेत हो सकती है, जबकि global commodity और precious metals सेक्टरों में लगातार बढ़ती दिलचस्पी नए निवेश अवसरों को जन्म दे रही है

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