HDFC Life ने अपनी वृद्धि की रणनीति को और मजबूत करते हुए protection, annuities और high-margin unit-linked products पर फोकस करने का फैसला किया है। कंपनी ने FY26 के लिए अपने early-teens growth guidance को पुनः पुष्टि की है और कहा है कि वे macroeconomic और sectoral headwinds के बावजूद, साथ ही GST जैसी regulatory cost pressures के बीच भी अपने लक्ष्य की दिशा में टिके हुए हैं। HDFC Life की management ने हाल ही में हुए post-results analyst concall में बताया कि protection segment ने कंपनी की कुल ग्रोथ रफ्तार से लगभग तीन गुना तेजी से विकास किया है, जिसने margin profile को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी ने यह भी बताया कि annuities और high-charge unit-linked products profitability में सकारात्मक योगदान दे रहे हैं। कंपनी के unit-linked business का लगभग एक चौथाई हिस्सा अब अधिक चार्ज वाले प्रोडक्ट्स पर आधारित है, जिससे इस श्रेणी के margins में काफी सुधार हुआ है। management ने यह स्पष्ट किया कि disciplined pricing और interest rate movements ने margins को बढ़ावा दिया है, भले ही non-par mix में थोड़ी गिरावट आई हो। इन सभी कारकों के कारण उत्पाद प्रोफ़ाइल में सुधार हुआ है, जो mix shift के बावजूद कंपनी की मजबूती को दर्शाता है। GST से संबंधित लागत बढ़ोतरी के कारण margins पर कुछ दबाव आया है, लेकिन HDFC Life के management को उम्मीद है कि FY26 के दूसरे हिस्से में non-par margins कुछ हद तक इस दबाव को कम कर पाएंगे। उच्च non-par margins GST के प्रभाव को neutralize करने में मदद कर सकते हैं, जबकि high-margin products से होने वाली ग्रोथ अतिरिक्त लाभ प्रदान करेगी। कंपनी ने कहा कि उनकी growth strategy protection, annuities, और unit-linked offerings पर केंद्रित है, और वे selectively अपने HDFC Bank distribution channel का भी लाभ उठा रहे हैं
बैंकिंग चैनल में ग्रोथ साल-दर-साल लगभग स्थिर रही, लेकिन कंपनी ने दो वर्षों की CAGR 20 प्रतिशत दर्ज की है, जो उनकी disciplined expansion नीति को दर्शाता है। HDFC Life ने FY26 की दूसरी तिमाही में 3 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी के साथ Rs 448 करोड़ का net profit रिपोर्ट किया है। कुल प्रीमियम आय में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो Rs 34,162 करोड़ तक पहुंच गई है। नई बिजनेस प्रीमियम 12 प्रतिशत बढ़कर Rs 16,222 करोड़ हो गई है, जबकि renewal premiums में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और यह Rs 17,940 करोड़ पर पहुंच गई है। Individual Annualized Premium Equivalent (APE) 10 प्रतिशत बढ़कर Rs 6,471 करोड़ हो गया है, और Value of New Business (VNB) में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो अब Rs 1,818 करोड़ है। VNB margin 24.5 प्रतिशत पर बनी हुई है। पर्सिस्टेंसी भी HDFC Life की मजबूती का एक अहम पहलू है। कंपनी ने 13 महीने की पर्सिस्टेंसी रेट 86 प्रतिशत और 61 महीने की पर्सिस्टेंसी रेट 62 प्रतिशत बनाए रखने में सफलता हासिल की है, जो उनके ग्राहकों की वफादारी और व्यवसाय की गुणवत्ता को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि HDFC Life न केवल नए ग्राहकों को आकर्षित कर रही है, बल्कि मौजूदा ग्राहकों को भी लंबे समय तक बनाए रखने में सक्षम है। कंपनी ने यह भी कहा कि उनका फोकस केवल market share बढ़ाने पर नहीं है, बल्कि margins में सुधार करते हुए स्थिर ग्रोथ सुनिश्चित करने पर है
वे बिना किसी volume chasing के disciplined expansion की नीति पर कायम हैं। HDFC Life का यह रणनीतिक दृष्टिकोण उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में स्थिरता और लाभप्रदता दोनों प्रदान कर रहा है। कुल मिलाकर, HDFC Life ने protection, annuities और high-margin unit-linked products को अपनी ग्रोथ रणनीति की धुरी बनाकर न केवल वर्तमान चुनौतियों का सामना किया है, बल्कि भविष्य में भी मजबूती से आगे बढ़ने की योजना बनाई है। GST जैसे regulatory खर्चों के बावजूद कंपनी के margins और profitability में सुधार की उम्मीद है, जो निवेशकों और बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं। इस तरह HDFC Life ने insurance क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ को और भी मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं