Nifty 50 ने 13 अक्टूबर को 0.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की, जिससे दो दिन की तेजी के बाद बाजार में थोड़ी सांस लेने का मौका मिला। यह गिरावट मुख्य रूप से US-China के बीच बढ़ती व्यापारिक तनाव की वजह से आई, जिसने शुरुआती ट्रेडिंग में gap-down खोला। बावजूद इसके, विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापक रूप से बाजार में बुलिश ट्रेंड अभी भी बरकरार है। Nifty ने लगातार higher high–higher low पैटर्न बनाया है, जो कि स्वस्थ गति संकेतकों के समर्थन से मजबूत दिख रहा है। Nifty ने 25,150 से 25,200 के स्तर को मजबूती से बचाया, जो कि तुरंत समर्थन के रूप में काम कर सकता है। इसके नीचे अगर 25,000 का स्तर भी टूटता है तो बाजार में दबाव बढ़ सकता है। वहीं, ऊपर की ओर 25,400 से 25,500 का क्षेत्र महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस जोन है, जिसे पार करने पर जून के सविंग हाई 25,670 को भी चुनौती दी जा सकती है। तकनीकी विश्लेषण पर नजर डालें तो Nifty ने एक बुलिश कैंडल बनाई, जिसमें ऊपर और नीचे की छोटी छाया दिखी, जो दिन के दौरान उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूत रिकवरी को दर्शाता है। इंडेक्स ने 20-, 50-, और 100-day EMAs से ऊपर ट्रेड किया, जो सभी ऊपर की ओर झुके हुए हैं। MACD ने बुलिश क्रॉसओवर बनाए रखा और हिस्टोग्राम में भी लगातार मजबूती दिखी
RSI 58.5 पर स्थिर रहा, जबकि Stochastic RSI ने भी बुलिश क्रॉसओवर दिखाया, जो बाजार में सकारात्मक गति का संकेत है। Bank Nifty की बात करें तो यह 56,625 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। इसे भी बुलिश कैंडल के साथ minor upper shadow देखा गया, जो उच्च स्तरों पर कुछ दबाव के बावजूद खरीदारी की रुचि को दर्शाता है। Bank Nifty ने भी सभी महत्वपूर्ण मूविंग एवरेजेस के ऊपर ट्रेडिंग जारी रखी है। RSI 66.90 तक बढ़ा, और MACD ने भी मजबूती बरकरार रखी। इस तरह Bank Nifty में भी बुलिश मूवमेंट जारी है। ऑप्शंस डेटा Nifty के लिए काफी महत्वपूर्ण संकेत दे रहा है। 25,300 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call open interest 1.53 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट्स दर्ज हुआ, जो इस स्तर को निकट अवधि में एक कड़ी रेसिस्टेंस बनाता है। इसके बाद 25,500 और 25,400 स्ट्राइक भी प्रमुख रेसिस्टेंस जोन हैं। वहीं, 25,200 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call writing हुई, जो 73.56 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स की बढ़त के साथ निफ्टी के लिए सपोर्ट बन सकता है
Put ऑप्शंस में 25,200 स्ट्राइक पर 1.59 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट्स का open interest है, जो इसे मजबूत सपोर्ट बनाता है। Bank Nifty के ऑप्शन डेटा में 57,000 स्ट्राइक पर 22.64 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स के साथ सबसे अधिक Call open interest है, जो इसे महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस लेवल बनाता है। Put ऑप्शंस में 55,000 स्ट्राइक पर 15.92 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स के साथ मजबूत सपोर्ट नजर आ रहा है। Put-Call Ratio (PCR) भी बाजार की भावना को समझने में मदद करता है। 13 अक्टूबर को Nifty का PCR 1.05 पर आ गया, जो पिछले सत्र के 1.32 से कम है। आम तौर पर 1 से ऊपर PCR का मतलब होता है कि Put ऑप्शंस की बिक्री ज्यादा हो रही है, जो बाजार में बुलिश संकेत देता है। हालांकि, यह गिरावट दर्शाती है कि बाजार में थोड़ी बेचैनी भी है। India VIX में 8.96 प्रतिशत की तेज बढ़ोतरी हुई और यह 11.01 पर पहुंच गया, जो बाजार में अस्थिरता और कुछ डर का संकेत देता है। VIX का बढ़ना आमतौर पर कहता है कि निवेशक थोड़े सतर्क हो रहे हैं, हालांकि यह जरूरी नहीं कि बाजार में गिरावट ही आए। लॉन्ग बिल्ड-अप की बात करें तो 43 स्टॉक्स में कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में वृद्धि देखी गई, जो कि लंबी पोजीशन में बढ़ोतरी को दर्शाता है
वहीं, 43 स्टॉक्स में लॉन्ग अनवाइंडिंग भी हुई है, जहां कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में गिरावट आई। शॉर्ट बिल्ड-अप में 97 स्टॉक्स शामिल हैं, जहां कीमत घटने के साथ ओपन इंटरेस्ट बढ़ा है। यह बाजार में शॉर्ट पोजीशन के निर्माण को दर्शाता है। इसके अलावा 30 स्टॉक्स में शॉर्ट-कवरिंग हुई, जहां कीमत बढ़ी और ओपन इंटरेस्ट घटा। F&O सेगमेंट में इस बार कोई नया स्टॉक बैन नहीं हुआ, जबकि RBL Bank और Sammaan Capital को F&O बैन में रखा गया है। कुल मिलाकर, Nifty और Bank Nifty दोनों में फिलहाल बुलिश संकेत मजबूत हैं, लेकिन वैश्विक तनाव और बढ़ती VIX के कारण थोड़ी अनिश्चितता बनी हुई है। 25,200-25,500 के बीच के स्तर अब बाजार के लिए निर्णायक साबित होंगे। अगर Nifty इस रेंज को पार करता है, तो जून के हाई 25,670 तक तेजी जारी रह सकती है, अन्यथा समर्थन स्तरों का टूटना बाजार के लिए चेतावनी हो सकता है। निवेशकों के लिए फिलहाल सतर्कता और तकनीकी स्तरों पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा