आज के ट्रेडिंग सेशन में Sensex और Nifty ने शुरुआती दबाव के बाद जबरदस्त रिकवरी दिखाई। सोमवार को बाजार में शुरुआती कारोबार में Sensex करीब 451.82 अंक गिरकर 82,049.00 के स्तर पर था, लेकिन दिन के अंत तक यह लगभग 400 अंकों की तेजी के साथ 82,381.18 पर पहुंच गया। इसी प्रकार Nifty ने भी 25,250 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करते हुए मजबूती दिखाई। इस तेजी के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण रहे, जिनमें वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख और घरेलू शेयरों में मजबूत खरीदारी प्रमुख हैं। वैश्विक स्तर पर सुधार का माहौल तब बना जब U.S. के राष्ट्रपति Donald Trump ने चीन के साथ व्यापारिक रिश्तों पर नरम रुख अपनाया। Trump ने एक समय 1 नवंबर से चीन से आयातित सामानों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, लेकिन हाल ही में उन्होंने कहा कि “सब कुछ ठीक होगा” और अमेरिका चीन को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहता। इस बयान से वैश्विक निवेशकों की चिंता कम हुई और Wall Street के फ्यूचर्स में तेज उछाल देखने को मिला। Nasdaq 100 futures लगभग 2 प्रतिशत, S&P 500 futures 1.5 प्रतिशत, और Dow Jones Industrial Average futures 1 प्रतिशत ऊपर गए। यह संकेत था कि अमेरिकी बाजार भी सकारात्मक शुरुआत कर सकते हैं। भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों (FII) की भूमिका भी अहम रही
शुक्रवार को FII ने करीब Rs 459.20 करोड़ के शेयर खरीदे। Geojit Financial Services के Chief Investment Strategist Dr. V K Vijayakumar ने बताया कि अक्टूबर महीने में FPI की बिक्री काफी धीमी हो गई है और पिछले सप्ताह के अंतिम चार ट्रेडिंग दिनों में विदेशी निवेशक नेट खरीदार बने। उन्होंने कहा कि “भारत और अन्य बाजारों के बीच वैल्यूएशन डिफरेंशियल्स कम हुए हैं और भारत की ग्रोथ व अर्निंग प्रोस्पेक्ट्स बेहतर हुए हैं, जिससे विदेशी निवेशकों का रुझान सकारात्मक हुआ है। ” कुल मिलाकर, यह संकेत बाजार की मजबूती और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। बाजार में हुई यह रिकवरी मुख्यत: रियल्टी, बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर्स में वैल्यू बायिंग की वजह से संभव हुई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स ने भी शुरुआती गिरावट के बाद तेजी पकड़ ली। निवेशक इस स्तर पर गुणवत्ता वाले शेयरों में खरीदारी कर रहे थे, जिससे बाजार में स्थिरता आई। इसके अलावा, भारत और यूरोपीय संघ के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की बातचीत में प्रगति भी निवेशकों के मनोबल को बढ़ावा दे रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रुसेल्स में दोनों पक्षों ने अपने 14वें दौर की बातचीत पूरी कर ली है और दिसंबर तक सौदा फाइनल करने की उम्मीद है। वैश्विक राजनीति में भी नरमी देखने को मिली है
राष्ट्रपति Trump ने सोमवार को इज़राइल का दौरा किया और वहां मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते का जश्न मनाया। यू.एस.-मध्यस्थता में इज़राइल और हमास के बीच हुई ceasefire से तनाव कम हुआ है, जो बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है। सामान्यतः, ऐसे तनावों में कमी निवेशकों के भरोसे को बढ़ाती है और बाजार में स्थिरता लाती है। Geojit Financial Services के Chief Market Strategist Anand James ने निकट भविष्य के लिए Nifty के रुख को लेकर कहा कि इस सप्ताह बाजार की तेजी 25,460 तक सीमित रह सकती है। उन्होंने आगे कहा कि सप्ताह के दौरान वोलैटिलिटी बढ़ सकती है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने 25,230–25,215 को निकटतम सपोर्ट स्तर बताया और चेतावनी दी कि यदि Nifty 25,113 के नीचे गिरता है तो इसका शॉर्ट टर्म आउटलुक कमजोर हो सकता है। आज के ट्रेडिंग दिवस ने यह स्पष्ट कर दिया कि वैश्विक और घरेलू दोनों कारकों का बाजार पर गहरा प्रभाव होता है। Trump के नरम तेवर, विदेशी निवेशकों की खरीदारी, और भारत-यूरोप FTA की प्रगति ने निवेशकों के मनोबल को बढ़ाया है। साथ ही, बैंकिंग, रियल्टी और फाइनेंशियल सेक्टर में हुई मजबूत खरीदारी ने बाजार को मजबूती दी है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेंगे, इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी होगी
इस तेजी के साथ ही Sensex और Nifty ने निवेशकों को उम्मीद की एक नई किरण दिखाई है, लेकिन बाजार की अस्थिरता को देखते हुए सतर्क रहना अभी भी जरूरी है। निवेशकों की नजरें अब वैश्विक आर्थिक नीतियों, व्यापारिक समझौतों और वित्तीय सेक्टर के प्रदर्शन पर बनी रहेंगी, जो आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे