Nifty 50 ने 10 अक्टूबर को तेज़ी के साथ 25,200–25,250 के ज़ोन से ऊपर मजबूती दिखाते हुए 0.4% की बढ़त दर्ज की है। बाज़ार में बुल्स का दबदबा साफ नजर आया और इसने निवेशकों में सकारात्मकता का माहौल बनाया। हालांकि, अमेरिकी मार्केट्स में शुक्रवार को आई तेज़ गिरावट का असर सोमवार को भारतीय शेयर बाजार पर पड़ सकता है, परंतु फिलहाल यह व्यापक ट्रेंड को प्रभावित करने की संभावना कम लगती है। Nifty 50 ने अपने सभी प्रमुख मूविंग एवरेज और Bollinger Bands के मध्य रेखा के ऊपर मजबूती से पोजीशन बनाए रखी है, जो कि एक मजबूत संकेत माना जा रहा है। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Nifty 50 के लिए 25,400 से 25,450 का रेसिस्टेंस ज़ोन निकट भविष्य में बेहद महत्वपूर्ण होगा। यदि यह स्तर पार हो जाता है तो इंडेक्स की तेजी और भी तेज़ हो सकती है। वहीं, सपोर्ट के तौर पर 25,000–24,900 का क्षेत्र कार्य करेगा। यदि इंडेक्स इस सपोर्ट ज़ोन से नीचे गिरता है, तो बियर मार्केट की संभावना बढ़ सकती है। डेली चार्ट पर देखा जाए तो Nifty 50 ने बुलिश कैंडल बनाई है, जिसमें ऊपर की ओर छोटी शैडो रही, जो उच्च स्तर पर कुछ बिकवाली को दर्शाती है। RSI 61 के स्तर पर है, जो बाजार में पॉजिटिव मूड को बताता है, और MACD ने बुलिश क्रॉसओवर बनाए रखा है
वीकली टाइमफ्रेम पर भी RSI 57.1 के आस-पास है, हालांकि MACD ने अभी भी नेगेटिव क्रॉस के संकेत दिए हैं। कुल मिलाकर, ये संकेत बताते हैं कि ट्रेंड में अंतर्निहित मजबूती है, बावजूद इसके कि कुछ मिश्रित संकेत भी मौजूद हैं। Bank Nifty ने भी मजबूती दिखाते हुए 418 अंकों की तेजी के साथ 56,610 के स्तर पर बंद किया। इंडेक्स ने अपने ऊपर Bollinger Band को छूआ और RSI 66.76 पर स्थिर रहा। MACD का बुलिश क्रॉसओवर जारी है, लेकिन Stochastic RSI में थोड़ी स्थिरता और नेगेटिव क्रॉसओवर नजर आ रहा है। इसके बावजूद, Bank Nifty ने गिरते हुए रेसिस्टेंस ट्रेंडलाइन (लगभग 56,300 के पास) को मजबूती से पार कर लिया है, जो आगे के लिए सकारात्मक संकेत है। विकल्प डेटा (Options Data) से भी बाजार के मूड का पता चलता है। Nifty के कॉल ऑप्शंस में 26,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट (1.25 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो इस स्तर को शॉर्ट टर्म में एक मजबूत रेसिस्टेंस बना सकता है। इसके बाद 25,500 और 25,400 के स्ट्राइक पर भी भारी कॉल ओपन इंटरेस्ट मौजूद है। दूसरी ओर, पुट ऑप्शंस में 25,200 स्ट्राइक पर 1.37 करोड़ का ओपन इंटरेस्ट है, जो इस स्तर को मजबूत सपोर्ट ज़ोन बनाता है
Bank Nifty के कॉल ऑप्शंस में 57,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट (21.74 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो यहां रेसिस्टेंस का काम करेगा। पुट ऑप्शंस में 55,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट (16.26 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो सपोर्ट के तौर पर काम करेगा। Put-Call Ratio (PCR) भी बाजार के मूड को दर्शाता है। 10 अक्टूबर को Nifty का PCR बढ़कर 1.32 हो गया, जो दर्शाता है कि पुट ऑप्शंस की बिक्री कॉल ऑप्शंस से अधिक हुई है। यह आमतौर पर बुलिश सेंटिमेंट को मजबूत करता है। यदि यह रेशियो 0.7 से नीचे गिरता है, तो इसका मतलब बाजार में मंदी का दबाव बढ़ना होता है। India VIX, जो कि बाजार की अस्थिरता को मापता है, 10.10 के स्तर पर बना हुआ है और इसने 0.17% की गिरावट दर्ज की है। यह संकेत देता है कि बाजार फिलहाल स्थिर और कम उतार-चढ़ाव वाला बना हुआ है। ओपन इंटरेस्ट और प्राइस डेटा के आधार पर 66 स्टॉक्स में लॉन्ग बिल्ड-अप देखा गया है, जबकि 23 स्टॉक्स में लॉन्ग अनवाइंडिंग हुई है। शॉर्ट पोजीशन्स में भी 53 स्टॉक्स ने बढ़ोतरी दिखाई है और 71 स्टॉक्स में शॉर्ट कवरिंग हुई है
यह बाजार में विभिन्न ट्रेंड्स और निवेशकों की रणनीतियों की विविधता को दिखाता है। F&O सेगमेंट में Sammaan Capital को नया बैन मिला है, जबकि RBL Bank अब भी बैन की सूची में है। कोई कंपनी इस बार बैन से बाहर नहीं निकली है। कुल मिलाकर, Nifty 50 और Bank Nifty दोनों ने तकनीकी रूप से मजबूत संकेत दिए हैं, लेकिन अमेरिकी बाजारों में हालिया उतार-चढ़ाव और कुछ शॉर्ट टर्म इंडिकेटर्स की सतर्कता को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रमुख रेसिस्टेंस और सपोर्ट स्तरों पर नजर रखनी होगी क्योंकि ये अगले कुछ सत्रों में बाजार की दिशा तय करेंगे