Vijaypd Ceutical Limited, जो फार्मास्यूटिकल उत्पादों और कंज्यूमर गुड्स का वितरण करता है, ने NSE SME प्लेटफॉर्म पर 7 अक्टूबर, 2025 को अपना डेब्यू किया। कंपनी ने सितंबर 29 से अक्टूबर 1, 2025 तक अपने IPO का बिडिंग समाप्त किया था। IPO की शुरुआत ₹35 प्रति शेयर कीमत पर हुई, जिसमें न्यूनतम निवेश 8,000 शेयर यानी ₹2,80,000 था। हालांकि IPO को कमजोर प्रतिक्रिया मिली और इसकी सब्सक्रिप्शन केवल 1.37 गुना रही, जिसमें व्यक्तिगत निवेशकों की हिस्सेदारी 0.89 गुना और NIIs की 1.86 गुना थी। पहले दिन के ट्रेडिंग के दौरान Vijaypd Ceutical का शेयर प्राइस लगभग फ्लैट रहा, शुरुआती कीमत ₹35 पर खुला और दिन के अंत तक यह ₹35.90 तक पहुंच गया, जो 2.57% का मामूली उछाल दर्शाता है। इस प्रदर्शन से पता चलता है कि फार्मास्यूटिकल डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर के प्रति निवेशकों का नजरिया फिलहाल सतर्क बना हुआ है। कंपनी का व्यवसाय मॉडल काफी व्यापक है। Vijaypd Ceutical 170 से अधिक निर्माताओं के 19,000 से अधिक SKUs की पहुंच के साथ 2,109 फार्मेसियों, क्लीनिक्स और नर्सिंग होम्स को सेवा प्रदान करता है। यह नेटवर्क चार जिलों के 20 स्थानों में फैला हुआ है। इसके उत्पादों की रेंज में दवाइयां जैसे इंजेक्शन, टैबलेट, कैप्सूल, मलहम, सपोजिटरी, ऑप्थेल्मिक प्रेपरेशन, विटामिन, हार्मोन्स, एंजाइम, वेलनेस टॉनिक्स, डायग्नोस्टिक टेस्ट किट्स, पर्सनल केयर आइटम्स, आयुर्वेदिक उत्पाद, कॉस्मेटिक्स, फूड प्रोडक्ट्स और डेंटल प्रोडक्ट्स शामिल हैं
वित्तीय दृष्टिकोण से कंपनी ने FY25 में जबरदस्त उछाल दिखाया है। कंपनी की राजस्व ₹107.59 करोड़ तक पहुंच गई, जो FY24 के ₹54.34 करोड़ के मुकाबले 98% की वृद्धि है। नेट प्रॉफिट में भी 191% की वृद्धि हुई है, जो ₹1.65 करोड़ से बढ़कर ₹4.80 करोड़ हो गया। हालांकि, इस तेज़ी से बढ़े हुए लाभ के पीछे सततता की कुछ चिंताएं भी मौजूद हैं। 98% राजस्व वृद्धि के मुकाबले 191% की PAT वृद्धि असामान्य लगती है, जो मार्जिन की स्थिरता पर सवाल उठाती है। कंपनी का EBITDA मार्जिन 8.04% और PAT मार्जिन 4.49% है, जो दर्शाता है कि फार्मास्यूटिकल डिस्ट्रीब्यूशन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा काफी तीव्र है जिससे प्राइसिंग पावर सीमित है। इसके अलावा, कंपनी का डेब्ट-टू-इक्विटी रेशियो 0.68 है, जो वित्तीय जोखिम को दर्शाता है। हालांकि, कंपनी का ROE 28.91% और ROCE 17.30% है, जो औसतन अच्छा प्रदर्शन माना जाता है। IPO की बिक्री से जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी ने तीन मुख्य क्षेत्रों में किया है। ₹10.83 करोड़ का निवेश फार्मास्यूटिकल API, इंटरमीडिएट्स और केमिकल्स की निर्माण इकाई की स्थापना में किया जाएगा
₹5.10 करोड़ का उपयोग कर्ज़ चुकाने में किया जाएगा, जिससे वित्तीय दायित्व कम होंगे और ब्याज भार घटेगा। शेष ₹0.74 करोड़ सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों तथा रणनीतिक पहलों के लिए आवंटित किया गया है, जिससे कंपनी के व्यापार संचालन और विकास में मदद मिलेगी। Vijaypd Ceutical ने NSE SME पर इस मामूली शुरुआत के साथ अपनी यात्रा शुरू की है। कंपनी ने विस्तार के लिए मजबूत बुनियाद रखी है, लेकिन मार्केट की प्रतिस्पर्धा और मुनाफे की स्थिरता को लेकर चुनौतियां भी हैं। आगामी समय में कंपनी की विकास रणनीतियों और वित्तीय प्रदर्शन पर नजर बनी रहेगी कि वह कैसे इस प्रतिस्पर्धात्मक फार्मा डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर में अपनी जगह मजबूत करती है। कुल मिलाकर, Vijaypd Ceutical Limited की IPO लिस्टिंग से पता चलता है कि फार्मास्यूटिकल डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में निवेशकों की रूचि अभी भी सतर्क है, लेकिन कंपनी का व्यापक उत्पाद पोर्टफोलियो और वितरण नेटवर्क भविष्य में बेहतर प्रदर्शन की संभावना रखता है