Ola Electric Mobility ने सोमवार, 6 अक्टूबर को ऐलान किया कि वह देश की पहली दोपहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) निर्माता कंपनी बन गई है, जिसे अपने इन-हाउस विकसित Rare-Earth-Free Ferrite Motor के लिए सरकारी प्रमाणन मिला है। कंपनी के अनुसार, यह एक बड़ा मील का पत्थर है जो आयातित Rare-Earth Permanent Magnet मोटर्स पर निर्भरता को खत्म करता है और EV इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा तय करता है। इस प्रमाणन को Global Automotive Research Centre, Tamil Nadu द्वारा दिया गया है, जिसने Ola Electric के Ferrite Motor के प्रदर्शन और अनिवार्य मोटर पावर टेस्ट को AIS 041 के अनुसार परखा। AIS 041 एक Automotive Industry Standard है, जिसे Ministry of Road Transport, Government of India के अधीन Automotive Research Association of India ने जारी किया है। इस टेस्ट में कंपनी के Ferrite Motor ने 7 kW और 11 kW वेरिएंट्स के लिए नेट पावर के मामले में Rare-Earth Permanent Magnet मोटर्स के बराबर प्रदर्शन दिखाया। Ola Electric ने बताया कि इस Ferrite Motor की Efficiency, Performance और Durability Rare-Earth Permanent Magnet मोटर्स के समकक्ष है, लेकिन इसकी लागत काफी कम है और सप्लाई चेन में अनिश्चितताओं को काफी हद तक कम कर देता है। कंपनी ने इस मोटर को पहली बार इस साल अगस्त में अपने वार्षिक ‘Sankalp 2025’ इवेंट में पेश किया था। इस प्रमाणन के बाद Bhavish Agarwal के नेतृत्व वाली कंपनी अब अपने सभी प्रोडक्ट्स में इस Ferrite Motor को शामिल करने की योजना बना रही है, जिससे भारतीय उपभोक्ताओं को बेहतर प्रदर्शन, किफायती कीमत और टिकाऊपन मिलेगा। Ola Electric Mobility Limited इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और उनके कंपोनेंट्स जैसे बैटरी सेल्स के टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग में अपनी वर्टिकल इंटीग्रेशन के लिए जानी जाती है। हाल ही में, कंपनी ने ₹878 करोड़ जुटाने के लिए प्रेफरेंस शेयर जारी करने की मंजूरी बोर्ड और शेयरधारकों से प्राप्त की है
लेकिन इस खबर के बावजूद, Ola Electric के शेयरों में सोमवार को गिरावट देखी गई। National Stock Exchange पर Ola Electric के शेयर 4% गिरकर ₹51.90 तक आ गए। दोपहर 2:35 बजे के आसपास यह शेयर ₹52.73 पर ट्रेड कर रहे थे, जो 2.33% की गिरावट दर्शाता है। पिछले पांच ट्रेडिंग सत्रों में Ola Electric के शेयर लगभग 2% नीचे आ गए हैं, जबकि पिछले एक महीने में यह करीब 12% गिर चुके हैं। साल की शुरुआत से अब तक Ola Electric के शेयर लगभग 39% नीचे आ चुके हैं। कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹23,298 करोड़ के आसपास है। यह बड़ी उपलब्धि Ola Electric के लिए मात्र एक तकनीकी सफलता नहीं है, बल्कि यह पूरी EV इंडस्ट्री के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। Rare-Earth मटेरियल्स की बढ़ती कीमतों और सप्लाई चेन की अनिश्चितताओं ने वैश्विक EV उत्पादन को प्रभावित किया है। ऐसे में Ola Electric की यह Ferrite Motor तकनीक, जो महंगे और दुर्लभ मटेरियल्स पर निर्भर नहीं है, भारतीय EV बाजार को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभा सकती है। भारतीय सरकार की भी कोशिशें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार जारी हैं, और Ola Electric की इस उपलब्धि से देश की EV इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी
यह तकनीक न केवल लागत में कमी लाएगी, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी बेहतर साबित होगी क्योंकि Rare-Earth मटेरियल्स के खनन और उत्पादन से पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस नई तकनीक के साथ Ola Electric ने यह साबित कर दिया है कि भारत में तकनीकी नवाचार की क्षमता विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकती है। Bhavish Agarwal और उनकी टीम की इस पहल से लाखों भारतीयों के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और अधिक सुलभ और टिकाऊ बनेंगे। आने वाले समय में जब Ola Electric अपने पूरे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में इस Ferrite Motor को शामिल करेगा, तो यह निश्चित तौर पर भारतीय EV मार्केट में क्रांति ला सकता है। यह खबर EV सेक्टर में निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण है, हालांकि फिलहाल Ola Electric के शेयरों में गिरावट आई है, लेकिन कंपनी की दीर्घकालिक तकनीकी मजबूती और नवाचार के कारण निवेशकों की नजर इस पर बनी रहेगी। Ola Electric का यह कदम भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के नए मुकाम पर ले जाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है