भारतीय शेयर बाजार ने 3 अक्टूबर को शुरुआती कारोबार में कमजोरी का प्रदर्शन किया, जिसमें Sensex और Nifty दोनों ही गिरावट के साथ खुले। बुधवार को RBI की नीतिगत घोषणा के बाद आई तेज रैली के बाद बाजार ने ठहराव लिया। सुबह के सत्र में Sensex में करीब 192 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जो 0.24 प्रतिशत की कमी के साथ 80,791 के स्तर पर था, जबकि Nifty भी 60 अंक यानी 0.24 प्रतिशत टूटकर 24,776 पर बंद हुआ। मार्केट ब्रेड्थ मिश्रित रही, जिसमें कुल 1,663 शेयर बढ़त पर थे, 1,023 गिरावट में और 176 शेयर बिना बदलाव के थे। बाजार की व्यापक सूचकांक ने प्रमुख सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया। Nifty Midcap 100 ने लगातार दूसरे दिन तेजी बरकरार रखी जबकि Smallcap 100 तीसरे दिन भी मजबूती के साथ बढ़ा। वहीं, India VIX में 3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो बाजार में निवेशकों की सतर्कता बढ़ने का संकेत है। सेक्टोरल स्तर पर देखा जाए तो मेटल सेक्टर ने अपनी जीत की लय जारी रखी और तीसरे दिन लगातार बढ़त दर्ज की। Tata Steel, Hindustan Copper, SAIL, JSW Steel, Vedanta और NALCO जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयरों में तेजी ने Nifty Metal इंडेक्स को प्रमुखता दिलाई। वित्तीय क्षेत्र और फार्मा सेक्टर भी निवेशकों की निगाहों में रहे, जहां खरीदारी का रुझान दिखा
वहीं, ऑटो सेक्टर में बिक्री के मासिक आंकड़ों के बाद उतार-चढ़ाव देखने को मिला और FMCG तथा IT सेक्टर में दबाव बना रहा। Geojit Investments के Chief Investment Strategist VK Vijayakumar ने बताया कि विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) इस स्थिति में बेचने की गतिविधि तेज कर सकते हैं क्योंकि मौजूदा बाजार संरचना उन्हें आक्रामक रूप से बिक्री करने की अनुमति देती है। उन्होंने कहा, “बाजार में बड़े शॉर्ट पोजीशन यह संकेत देते हैं कि बुल्स दबाव में रहेंगे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) की मजबूत खरीदारी, खासकर बड़े ऑटो शेयरों में, जो फंडामेंटल्स के लिहाज से मजबूत हैं, बाजार को समर्थन दे सकती है। ” तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Choice Broking की Technical & Derivative Analyst Amruta Shinde ने कहा कि अगर Nifty 24,900 के ऊपर मजबूती दिखाता है तो यह 25,000 और 25,150 के स्तरों को छू सकता है। वहीं, नीचे की ओर तत्काल समर्थन 24,750 और 24,600 पर नजर आता है, जो लॉन्ग ट्रेड के लिए संभावित एंट्री स्तर हो सकते हैं। इस प्रकार, बाजार में RBI के फैसले के बाद आई तेजी के ठहराव के बीच मेटल, फार्मा और वित्तीय शेयरों में निवेशकों की रुचि बनी हुई है, जबकि ऑटो, FMCG और IT सेक्टर में थोड़ी कमजोरी देखने को मिली है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली की बढ़ती संभावना के बीच घरेलू निवेशकों की खरीदारी ही बाजार को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। बाजार की सतर्कता बढ़ी है, जैसा कि India VIX में इजाफे से पता चलता है, जिससे संकेत मिलता है कि निवेशक आगे की दिशा को लेकर सजग हैं। इस समय निवेशक तकनीकी स्तरों पर नजर बनाए हुए हैं और 24,900 के ऊपर स्थिरता पर ही बाजार में नई तेजी की उम्मीद की जा रही है
हालांकि, अगर बाजार नीचे गिरता है तो 24,750 और 24,600 के स्तर मजबूत समर्थन का काम कर सकते हैं। कुल मिलाकर, आज के कारोबारी सत्र में बाजार ने RBI के फैसले के बाद की तेजी के ठहराव के साथ सतर्कता का प्रदर्शन किया है, जबकि मेटल और फार्मा सेक्टर में निवेशकों का विश्वास बना हुआ है