Ecoline Exim Limited, जो कि sustainable packaging और promotional bags बनाने वाली कंपनी है, ने 30 सितंबर 2025 को NSE SME पर निराशाजनक शुरुआत की। कंपनी ने अपना IPO 23 से 25 सितंबर 2025 के बीच बंद किया था, जिसके बाद ट्रेडिंग शुरू हुई। शुरुआत में शेयर ₹141 के issue price के करीब ₹140.85 पर खुले, जो कि केवल 0.11% की मामूली गिरावट दर्शाता था। लेकिन दिन के अंत तक शेयर का भाव ₹134.90 तक गिर गया, जिससे निवेशकों को 4.33% का नुकसान हुआ। इस डेब्यू ने कंपनी के प्रति बाजार की नकारात्मक भावना को साफ तौर पर जाहिर किया। Ecoline Exim Limited ने अपने IPO को ₹141 प्रति शेयर के भाव से लॉन्च किया था, जिसमें न्यूनतम निवेश की सीमा 2,000 शेयर थी, जिसका कुल मूल्य ₹2,82,000 था। IPO को बाजार से मध्यम प्रतिक्रिया मिली, जिसमें कुल सब्सक्रिप्शन 6.06 गुना था। रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 4.37 गुना, NII (Non Institutional Investors) ने 5.41 गुना और QIB (Qualified Institutional Buyers) ने मजबूत 9.51 गुना सब्सक्रिप्शन किया। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी के प्रति संस्थागत निवेशकों का भरोसा रिटेल निवेशकों की तुलना में बेहतर था। कंपनी का कारोबार sustainable packaging के क्षेत्र में है, जो वर्तमान वैश्विक पर्यावरणीय ट्रेंड्स के अनुरूप है
Ecoline Exim मुख्य रूप से eco-friendly cotton और jute packaging समाधान प्रदान करती है, जो Reduce, Reuse, Recycle के सिद्धांतों पर आधारित है। कंपनी के उत्पाद 27 से अधिक देशों को निर्यात किए जाते हैं, जिनमें European Union, USA, Japan और Southeast Asia प्रमुख हैं। इस तरह का ग्लोबल एक्सपोजर कंपनी को भौगोलिक विविधता और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा, कंपनी के तीन manufacturing units अहमदाबाद और पश्चिम बंगाल में स्थित हैं, जो इन-हाउस डिजाइन विशेषज्ञता के साथ गुणवत्ता नियंत्रण और संचालन दक्षता सुनिश्चित करते हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से देखें तो Ecoline Exim की वित्तीय स्थिति कुछ चुनौतियों से गुजर रही है। FY25 में कंपनी की revenue ₹273.07 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष के ₹280.59 करोड़ की तुलना में 3% कम है। इसी तरह, PAT (Net Profit) ₹18.82 करोड़ रहा, जो FY24 के ₹22.59 करोड़ से 17% घट गया। इस गिरावट से यह संकेत मिलता है कि कंपनी को बाजार की प्रतिस्पर्धा और परिचालन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। वित्तीय प्रदर्शन में अस्थिरता और erratic bottom-line से व्यापार की स्थिरता और मांग की भविष्यवाणी पर सवाल उठते हैं। सस्टेनेबल पैकेजिंग सेक्टर में प्रतिस्पर्धा काफी तीव्र है, जो कीमतों और बाजार हिस्सेदारी पर दबाव डालती है
इसके अलावा, Ecoline Exim का निर्यात व्यवसाय मुद्रा विनिमय दरों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के प्रति संवेदनशील है, जिससे विदेशी बाजारों में मांग प्रभावित हो सकती है। IPO से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी के विस्तार के लिए किया जाएगा। इसमें अहमदाबाद में एक नई manufacturing facility के लिए भवन निर्माण, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल कार्यों, और संयंत्र उपकरणों की खरीद के लिए ₹50 करोड़ का निवेश शामिल है। साथ ही, अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों और दीर्घकालिक विकास योजनाओं के लिए भी फंडिंग की जाएगी। वित्तीय मेट्रिक्स की बात करें तो Ecoline Exim का ROE (Return on Equity) 23.51% और ROCE (Return on Capital Employed) 21.14% है, जो कंपनी की पूंजी पर अच्छी रिटर्न क्षमता दिखाता है। इसका debt-to-equity ratio 0.45 है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति को संतुलित दर्शाता है। EBITDA मार्जिन 11.14% और PAT मार्जिन 6.99% के साथ कंपनी ने मुनाफे की एक मध्यम लेकिन स्थिर स्थिति बनाए रखी है। कंपनी का अनुमानित market capitalization ₹276.75 करोड़ है। हालांकि Ecoline Exim का sustainable business मॉडल और वैश्विक footprint एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन वर्तमान वित्तीय कमजोरी और बाजार की प्रतिस्पर्धात्मकता ने इसके शेयर के प्रदर्शन को प्रभावित किया है। IPO के बाद शेयर की कमजोरी यह दर्शाती है कि निवेशकों को कंपनी के दीर्घकालिक विकास और लाभप्रदता को लेकर अभी भी सावधानी बरतनी होगी
कुल मिलाकर, Ecoline Exim Limited की NSE SME पर पहली दिन की सूचीबद्धता ने निवेशकों के लिए मिश्रित संदेश दिया है। कंपनी की पर्यावरण अनुकूल उत्पाद लाइन और वैश्विक उपस्थिति उसके विकास के लिए महत्वपूर्ण आधार हैं, लेकिन वित्तीय चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा उसे तेजी से उन्नति करने से रोक रही हैं। ऐसे में निवेशकों के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कंपनी अपनी operational efficiency और बाजार हिस्सेदारी में सुधार कैसे करती है, जिससे भविष्य में इसके शेयरों में स्थिरता और वृद्धि आ सके