Marcellus Investment Managers के Chief Financial Officer (CFO) Pankaj Harish Gupta पर कंपनी के ₹1.18 करोड़ से अधिक के फंडों का निजी उपयोग के लिए गबन करने का आरोप लगा है। यह मामला MIDC Police Station में 25 सितंबर को Bharatiya Nyaya Sanhita (BNS), 2023 की धारा 316(4) और 318(4) के तहत दर्ज किया गया है। शिकायत कंपनी के Legal Head, Parimal Siddhanti Deuskar ने दर्ज कराई है। प्राप्त First Information Report (FIR) के अनुसार, यह गबन दिसंबर 2024 से जुलाई 2025 के बीच हुआ। आरोप है कि Gupta ने कंपनी के HDFC Bank के corporate account और credit card से अवैध तरीके से ट्रांजैक्शन किए। कंपनी के आंतरिक लेखा परीक्षण (internal audit) ने संदिग्ध भुगतान को पकड़ा, जिसके बाद वरिष्ठ प्रबंधन ने Gupta से इस बारे में पूछताछ की। जांच में पाया गया कि Gupta ने व्यक्तिगत क्रेडिट कार्ड बिलों और अन्य निजी खर्चों के लिए ₹1.18 करोड़ की राशि का दुरुपयोग किया। FIR के दस्तावेजों से पता चला है कि Gupta ने ICICI Bank, Kotak Bank, Axis Bank और HDFC Bank समेत कई बैंकों में 30 से अधिक भुगतान किए। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि Gupta ने नोटरीकृत घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें उन्होंने इस गबन को स्वीकार किया है। साथ ही, उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि उन पर कड़ी कार्रवाई की गई तो वे आत्महत्या कर सकते हैं
यह मामला PSI Sudhir Khemsing Rathod की देखरेख में और Inspector Ravindra Ambuji Wani के निगरानी में जांच के अधीन है। Marcellus Investment Managers ने Moneycontrol के सवाल पर स्वीकार किया है कि मामला दर्ज किया गया है और Gupta को तुरंत प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा, “Marcellus Investment Managers में हम अपने क्लाइंट्स और स्टेकहोल्डर्स के विश्वास की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। हमें इस मामले की जानकारी है और हमने इसे संबंधित अधिकारियों को समय रहते सूचित किया। फिलहाल मामला जांच के अंतर्गत है, इसलिए हम इस पर और कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन हम सभी स्टेकहोल्डर्स को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि इस घटना का हमारे क्लाइंट्स के निवेश या फंड्स पर कोई असर नहीं पड़ा है। Marcellus उच्चतम मानदंडों, पारदर्शिता और नैतिक आचरण के प्रति प्रतिबद्ध है। हम जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और सभी नियामक नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे। ” Marcellus Investment Managers, जो Saurabh Mukherjea के नेतृत्व में मुंबई स्थित एक अग्रणी निवेश प्रबंधन फर्म है, Portfolio Management Services (PMS), equity advisory और wealth management समाधान प्रदान करती है। इस कंपनी की प्रतिष्ठा और ग्राहक विश्वास पर यह मामला एक बड़ा झटका माना जा रहा है। यह मामला न केवल कंपनी के वित्तीय प्रबंधन की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है, बल्कि निवेशकों के बीच भी चिंता की लहर दौड़ा रहा है
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मामलों में त्वरित और निष्पक्ष जांच आवश्यक होती है ताकि निवेशकों का भरोसा बना रहे और वित्तीय बाजार में स्थिरता बनी रहे। FIR में उल्लेखित है कि Gupta के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ कंपनी ने भी आंतरिक नियंत्रण प्रणाली को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। हालांकि, इस खबर के आने के बाद Marcellus Investment Managers के शेयर या PMS में फिलहाल कोई बड़ा प्रभाव नहीं देखा गया है, लेकिन यह मामला निवेशकों और बाजार के लिए सतर्कता का संकेत है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि Corporate Governance और Financial Controls पर निरंतर नजर रखना कितना जरूरी है। ऐसे मामलों में Companies को समय रहते अपनी Internal Audit टीम और Compliance Departments को मजबूत करना चाहिए ताकि छोटे से छोटे घोटाले का पता चल सके और उन्हें रोका जा सके। आगे की जांच में यह भी पता लगाना होगा कि क्या Gupta अकेले इस मामले में शामिल थे या फिर कंपनी के किसी अन्य अधिकारी या कर्मचारी की भी भूमिका थी। फिलहाल जांच अधिकारियों ने Gupta के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। Marcellus Investment Managers की इस घटना ने वित्तीय जगत में एक बार फिर से वित्तीय धोखाधड़ी की गंभीरता को उजागर किया है। निवेशकों के लिए यह भी संदेश है कि वे अपने निवेश की निगरानी खुद भी करें और किसी भी असामान्य गतिविधि पर सतर्क रहें। कुल मिलाकर, Pankaj Harish Gupta के खिलाफ ₹1.18 करोड़ के फंड मिस्ट्रीकलर के आरोप ने Marcellus Investment Managers की छवि को झटका दिया है, लेकिन कंपनी ने इस मुद्दे पर पारदर्शिता बनाए रखने और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है
मामले की आगे की जांच से ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी