अगस्त 2025 के महीने में जब Nifty में 1.2% की गिरावट देखने को मिली, तब भी कुछ Portfolio Management Schemes (PMS) ने निवेशकों को उम्मीद की किरण दिखाई। खासकर Thematic PMS Strategies ने इस मंदी के माहौल में बेहतर प्रदर्शन किया, जहां Digital Disruption पर आधारित फंडों ने 2.84% तक का लाभ दिया। इस लिस्ट में Valcreate Investment Managers LLP का IME Digital Disruption Fund सबसे ऊपर रहा, जिसने नई पीढ़ी की Consumer Tech कंपनियों में भारी निवेश के चलते यह शानदार रिटर्न दिया। Valcreate का यह फंड फरवरी 2023 में लॉन्च हुआ था और इसे Ashi Anand प्रबंधित कर रहे हैं। इस फंड की खासियत यह है कि यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में निवेश करता है जो नेटवर्क इफेक्ट्स के जरिए मार्केट में अपनी पकड़ बना चुके हैं। ये कंपनियां बड़े एड्रेसेबल मार्केट्स में उच्च विकास क्षमता रखती हैं और प्राइसिंग पावर व ऑपरेटिंग लीवरेज के जरिए मुनाफे की स्पष्ट दिशा में आगे बढ़ रही हैं। अगस्त में इस फंड ने 2.84% का रिटर्न देकर निवेशकों को खुश किया, जो इस समय के लिए काफी प्रभावशाली रहा। इसके अलावा Thematic और Small-Cap आधारित PMS रणनीतियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। टॉप 10 में से 6 रणनीतियां Multi Cap और Flexi Cap की रहीं, जिनका औसत रिटर्न लगभग 2.34% था। वहीं, नीचे के पांच फंडों का औसत रिटर्न 1.17% रहा, जो यह दर्शाता है कि Specialized या Mid/Small-Cap झुकाव वाले फंडों में अधिक तेजी देखने को मिली
Right Horizons का Perennial Fund भी इस लिस्ट में शामिल है, जो अप्रैल 2019 में लॉन्च हुआ था और Saatwik Jain द्वारा प्रबंधित है। यह फंड 15-25 स्टॉक्स में निवेश करता है और मार्केट कैप तथा सेक्टर के लिहाज से स्वतंत्र रहता है। इसका फोकस लंबी अवधि के लिए वैल्यू क्रिएशन पर है। Wave Asset का Pure Alpha Fund भी Bottom-up स्टॉक सिलेक्शन के साथ Top-down सेक्टर और क्षेत्रीय अलोकेशन को मिलाकर काम करता है। यह फंड मैक्रोइकोनॉमिक ट्रेंड्स और सेक्टर-विशिष्ट अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है। Rohan Agarwal के नेतृत्व में, यह रणनीति बेंचमार्क इंडेक्स से हटकर अल्प-संबंधित पोर्टफोलियो बनाती है ताकि रिस्क कम किया जा सके। Aequitas Investment Consultancy का India Opportunities फंड छोटे और माइक्रो कैप क्षेत्रों में निवेश करता है। यह फंड फरवरी 2013 से सक्रिय है और Siddhartha Bhaiya द्वारा मैनेज किया जाता है। इसका मकसद 120 गुना मल्टीबैगर स्टॉक्स खोज कर निवेश करना है, जो 20% से अधिक की आय वृद्धि, कंट्रेरियन निवेश और मजबूत कॉम्पिटिटिव एडवांटेज वाले डेब्ट-लाइट कंपनियों पर आधारित है। Pelican Holdings का PE Fund एक अनोखा तरीका अपनाता है, जिसमें यह शॉर्ट-टर्म डेब्ट होल्ड करता है और जब उपयुक्त अवसर सामने आते हैं तो कम ट्रेडिंग के साथ बाजार के चक्र के पिक पर पूरी तरह निकास करता है
इसे Deepak Radhakrishnan मैनेज करते हैं, और यह टॉप 50 PE रेशियो वाली कंपनियों में से 10 मार्केट लीडर्स को चुनता है। Shade Capital का Value Fund, जिसे Mahim Mehta मैनेज करते हैं, Long-term Capital Appreciation के लिए Multi-cap निवेश करता है। यह फंड छोटे, मध्यम और बड़े कैप के undervalued स्टॉक्स में निवेश कर मजबूत फंडामेंटल्स वाले अवसरों को पकड़ता है। Envision Capital Services का India Opportunities फंड भी Multi-cap है और इसका नेतृत्व Nilesh Shah करते हैं। यह फंड Bottom-up, वैल्यू-ओरिएंटेड अप्रोच अपनाता है और 15-20 स्टॉक्स में निवेश करता है, जिससे लंबे समय में स्थिर ग्रोथ मिलती है। Sundaram Alternate Assets का SISOP फंड सितंबर 2010 से सक्रिय है और Madanagopal Ramu इसके प्रबंधक हैं। यह फंड उच्च conviction वाली 15 बड़े कैप और मल्टीसेक्टर स्टॉक्स में निवेश करता है, जिससे पूरे मार्केट चक्र में अच्छा कैपिटल अप्रीसिएशन मिलता है। Qode Advisors LLP का Qode All Weather फंड S&P BSE 500 TRI से बेंचमार्क्ड है। इसे Rishabh Nahar मैनेज करते हैं और यह एक quantitative framework का इस्तेमाल करता है, जिसमें momentum, low volatility, और gold जैसे कम correlated asset classes में diversification की जाती है। अंत में, Ambit Investment Advisors का Ambit Coffee Can Portfolio भी चर्चा में है
यह फंड भारतीय उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियों के टॉप 1% को चुनता है और 24-25% के कंपाउंडेड रिटर्न्स देता है। इसे market-cap agnostic रणनीति के तहत 15-20 कंपनियों में निवेश किया जाता है, जो consistent growth, high RoCE और मजबूत competitive advantage वाली होती हैं। यह फंड 10+ वर्षों तक कम churn के साथ होल्ड करता है। अगस्त 2025 के इस बाजार दबाव के दौरान इन PMS फंडों के प्रदर्शन ने निवेशकों को दिखा दिया कि सही थीम और रणनीति के साथ जोखिम को कम करते हुए भी मुनाफा कमाया जा सकता है। विशेषकर डिजिटल डिसरप्शन, छोटे और मल्टी कैप क्षेत्रों में निवेश ने इस माह बेहतर रिटर्न्स के रास्ते खोले