विदेशी निवेशकों के लिए बड़ा तोहफा: SEBI और RBI ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को किया बेहद आसान, विदेशी पूंजी के रास्ते होंगे खुलेंगे! भारत सरकार विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। देश में विदेशी निवेशकों की संख्या बढ़ाने और विदेशी निवेश में हो रही धीमी गति को दूर करने के लिए SEBI और RBI मिलकर निवेशकों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरल बनाने पर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ये बदलाव विदेशी निवेशकों के लिए भारत में निवेश को आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए किए जा रहे हैं, खासकर ऐसे समय में जब अमेरिकी व्यापार टैरिफ और वैश्विक बाजार की अनिश्चितता ने निवेश धाराओं को प्रभावित किया है। वर्तमान में विदेशी निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए लगभग छह महीने का लंबा और जटिल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। लेकिन अब SEBI और RBI के बीच चल रही गहन बातचीत में इस प्रक्रिया को महज 30 से 60 दिनों तक सीमित करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे भारत की निवेश व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जा सके। इससे विदेशी निवेशकों के लिए भारत में निवेश करना अधिक आसान और तेज़ होगा। पिछले कुछ महीनों में विदेशों से भारत में पूंजी प्रवाह में कमी देखी गई है। 2025 में विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटीज और बॉन्ड्स से कुल मिलाकर करीब 10 बिलियन डॉलर का निवेश निकाला है, जो कि जुलाई और अगस्त में और भी तेज़ी से बढ़ा। इसके पीछे मुख्य कारण अमेरिकी टैरिफ, कमजोर कॉर्पोरेट आय और वैश्विक व्यापार को लेकर बढ़ती अनिश्चितता मानी जा रही है। इस स्थिति को देखते हुए भारत के शीर्ष नियामक निकायों ने यूरोप, एशिया और अमेरिका के 200 से अधिक वैश्विक एसेट मैनेजर्स के साथ चर्चा की है ताकि विदेशी निवेशकों की चिंताओं को समझा जा सके और उनके लिए बेहतर निवेश माहौल बनाया जा सके
विशेष रूप से, RBI अब SEBI द्वारा लागू किए गए अधिक उदार दस्तावेजीकरण नियमों को अपनाने जा रहा है, जो कि पहले से ही सार्वजनिक खुदरा फंडों के लिए लागू हैं। इससे बीमा और म्यूचुअल फंड जैसे नियमन में आने वाले विदेशी पूल्ड फंड, जिन्हें कम जोखिम वाला माना जाता है, के लिए भी प्रक्रिया आसान हो जाएगी। इसके अलावा, RBI विदेशी निवेशकों के लिए बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया को भी SEBI के रजिस्ट्रेशन मानकों के अनुरूप लाने की योजना बना रहा है। फिलहाल, RBI विदेशी निवेशकों से फंड स्रोत की जांच और पहचान दस्तावेजों की कड़ी जांच करता है, लेकिन नई व्यवस्था में यह प्रक्रिया सरल और तेज होगी। SEBI ने विदेशी निवेशकों के लिए एक समर्पित वेबसाइट भी लॉन्च की है, जहां वे सीधे ऑनलाइन अपने रजिस्ट्रेशन दस्तावेज जमा कर सकेंगे। यह पहल निवेशकों के लिए सुविधा को और बढ़ाएगी। SEBI के अध्यक्ष Tuhin Kanta Pandey ने कहा है कि विदेशी निवेशकों के लिए निवेश प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ लगातार बातचीत की जा रही है। हालांकि उन्होंने अभी विस्तार से जानकारी साझा नहीं की। विदेशी निवेशकों के लिए यह कदम न केवल भारत के वित्तीय बाजारों में विदेशी पूंजी प्रवाह को बढ़ावा देगा, बल्कि भारतीय बाजारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनाएगा। एशिया सिक्योरिटीज इंडस्ट्री एंड फाइनेंशियल मार्केट्स एसोसिएशन की मैनेजिंग डायरेक्टर Eugenie Shen ने भी इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि इस साल SEBI और RBI दोनों ने विदेशी निवेशकों के लिए निवेश को आसान बनाने में बेहद सक्रिय भूमिका निभाई है
इस नए नियम के लागू होने से भारत में विदेशी निवेशकों के लिए बाजार में प्रवेश काफी सहज होगा। इससे विदेशी पूंजी निवेश में वृद्धि होगी, जो सीधे तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार की सेहत के लिए सकारात्मक साबित होगी। इसके अलावा, यह कदम उन चिंताओं को भी कम करेगा जो अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के कारण उत्पन्न हुई हैं। भारतीय वित्तीय बाजारों में विदेशी निवेश को लेकर यह बदलाव न केवल निवेशकों के लिए समय और प्रयास की बचत करेगा, बल्कि भारत को एक भरोसेमंद और निवेश के लिए अनुकूल स्थल के रूप में स्थापित करेगा। ऐसे में आने वाले समय में विदेशी निवेश में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे भारतीय बाजारों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इस पहल के बाद, विदेशी निवेशकों को भारत के बाजार में प्रवेश के लिए लंबी और जटिल प्रक्रियाओं से गुजरने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि वे तेजी से और सरल तरीके से अपना निवेश कर सकेंगे। यह भारत के आर्थिक विकास और वैश्विक पूंजी प्रवाह में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है