भारत में Silver Price ने शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को मजबूती दिखाई। इस दिन चांदी ₹133 प्रति ग्राम और ₹1,33,000 प्रति किलो के भाव पर कारोबार करती नजर आई, जो पिछली सेशन के मुकाबले ₹2 प्रति ग्राम और ₹2,000 प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्शाता है। इस बढ़त के पीछे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी की कीमतों में मजबूती और रुपया-डॉलर के विनिमय दर में उतार-चढ़ाव प्रमुख कारण रहे हैं। कमजोर रुपए के कारण चांदी का आयात महंगा हो जाता है जबकि मजबूत रुपए से वैश्विक दबाव का असर कुछ हद तक कम होता है, जिससे घरेलू बाजार में कीमतों में स्थिरता आती है। देश के बड़े शहरों में आज की चांदी की कीमतें राष्ट्रीय स्तर के अनुरूप ही रहीं। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे, वडोदरा और अहमदाबाद जैसे प्रमुख बाजारों में चांदी ₹1,330 प्रति 10 ग्राम के लगभग ट्रेड हुई। वहीं, बैंगलोर में यह कीमत ₹1,337 प्रति 10 ग्राम रही, जो राष्ट्रीय स्तर से थोड़ा ऊपर थी। खास बात यह रही कि हैदराबाद, केरल और चेन्नई जैसे शहरों में चांदी की कीमत ₹1,430 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो कि वहां की स्थानीय मांग और त्योहारों के कारण प्रीमियम की वजह से था। पिछले कुछ दिनों की कीमतों पर नजर डालें तो 19 सितंबर को ₹1,330 प्रति 10 ग्राम का स्तर हासिल हुआ है। 18 सितंबर को चांदी ₹1,310 प्रति 10 ग्राम पर थी, जबकि 17 सितंबर को ₹1,320 और 16 सितंबर को ₹1,340 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार हुआ था
कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद, इस महीने चांदी का भाव ₹1,299 प्रति 10 ग्राम के ऊपर बना हुआ है, जो यह दर्शाता है कि बाजार में मांग निरंतर बनी हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और रुपया की अस्थिरता के कारण चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, लेकिन घरेलू स्तर पर उद्योग और व्यक्तिगत उपयोग की मजबूत मांग इसे और गिरने नहीं देगी। खासकर त्योहारों के सीजन में गहनों और निवेश की मांग बढ़ने से चांदी की कीमतों को सहारा मिलता है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के भाव में तेजी के साथ-साथ डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी ने भी स्थानीय बाजार को प्रभावित किया है। चांदी के आयात पर बढ़े खर्च से थोक व्यापारी और उपभोक्ता कीमतों को बढ़ा रहे हैं। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में स्थानीय मांग के चलते प्रीमियम भी देखने को मिल रहा है, जिससे कीमतों में सामान्य से अधिक बढ़ोतरी हुई है। इस प्रकार, भारत में Silver Price की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि चांदी की कीमतें मजबूती के साथ ऊपर जा रही हैं। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों कारकों का मिश्रण इस तेजी के पीछे मुख्य वजह है। निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए यह समय महत्वपूर्ण है क्योंकि बाजार में स्थिरता और मांग के संकेत मिल रहे हैं जो आने वाले दिनों में भी जारी रह सकते हैं। अंत में, 19 सितंबर 2025 को चांदी की कीमतों में हुई यह बढ़ोतरी ₹133 प्रति ग्राम और ₹1,33,000 प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई है, जिससे यह साफ है कि चांदी को लेकर बाजार का मूड फिलहाल सकारात्मक है
वैश्विक बाजार की अस्थिरता और रुपया विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के बावजूद घरेलू मांग और त्योहारों की वजह से चांदी ने मजबूती दिखाई है और निकट भविष्य में भी इस प्रवृत्ति के जारी रहने की संभावना बनी हुई है