भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर शानदार रैली दिखाई है, जहां Nifty ने 25,300 के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर निवेशकों को उत्साहित कर दिया है। 17 सितंबर को Sensex और Nifty दोनों ने लगातार दूसरी सत्र में मजबूती दिखाई, जो कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में सकारात्मक संकेत मिलने के बाद हुआ। इस बेहतर माहौल ने बाजार में खरीदारी की लहर दौड़ा दी, जिससे बड़ी संख्या में शेयरों में तेजी देखने को मिली। सुबह के सत्र में Sensex ने 253.74 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,634.43 के स्तर को छुआ, वहीं Nifty ने 77 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,316.10 पर कारोबार किया। बाजार की चौड़ाई भी मजबूत रही, जहां 2,298 स्टॉक्स बढ़त में रहे, जबकि 759 नीचे आए और 156 स्टॉक बिना बदलाव के बंद हुए। यह साफ दर्शाता है कि बाजार में खरीदारी का दबाव व्यापक था और यह केवल कुछ चुनिंदा सेक्टर्स तक सीमित नहीं रहा। बाजार के व्यापक हिस्से में भी सकारात्मकता देखने को मिली। Nifty Midcap 100 और Nifty Smallcap 100 सूचकांक भी लगभग 0.3 प्रतिशत बढ़े। हालांकि India VIX, जो बाजार की अस्थिरता को दर्शाता है, थोड़ा बढ़ा लेकिन अभी भी आरामदायक स्तर पर था, जो संकेत देता है कि बाजार में अभी किसी भय या पैनिक की स्थिति नहीं है। सेक्टोरल प्रदर्शन की बात करें तो Pharma सेक्टर ने थोड़ी कमजोरी दिखाई
Nifty Pharma इंडेक्स प्रभावित हुआ, खासकर Lupin, Glenmark Pharma और Divi’s Laboratories के शेयरों में गिरावट के कारण। इसके विपरीत, Auto सेक्टर ने बाजार को मजबूत समर्थन दिया और लगातार दूसरे दिन अपनी तेजी बरकरार रखी। IT सेक्टर के शेयरों में भी फिर से खरीदारी देखने को मिली, जो अमेरिकी Federal Reserve के आगामी नीति फैसले से पहले निवेशकों की उम्मीदों को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी Fed की ब्याज दर में कटौती भारतीय IT कंपनियों के लिए लाभकारी साबित होती है, क्योंकि इससे वैश्विक आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है और अमेरिकी बाजार में भारतीय IT सेवाओं की मांग बढ़ती है। Kotak Securities के Head of Equity Research, Shrikant Chouhan ने कहा कि जब तक Nifty 25,100 और Sensex 82,000 के ऊपर बने रहेंगे, तब तक बाजार में तेजी बनी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि Nifty 25,400 से 25,500 और Sensex 82,800 से 83,100 तक और बढ़ सकता है। लेकिन यदि यह स्तर टूटता है तो बाजार नीचे 25,000 और 81,700 के स्तर तक गिर सकता है। अगले कुछ घंटों में अमेरिकी Federal Reserve की नीति बैठक के परिणाम पर सभी की नजरें टिकी होंगी। बाजार में व्यापक रूप से 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीद जताई जा रही है, जो निवेशकों के उत्साह को और बढ़ा सकती है। इस फैसले के आधार पर बाजार का रुख तय होगा और निवेशक अपनी रणनीतियों को उसी अनुसार आकार देंगे
इस तेजी के बीच, बाजार में निवेशकों के बीच सकारात्मक माहौल बना हुआ है, जो दर्शाता है कि भारतीय शेयर बाजार ने वैश्विक और घरेलू दोनों तरह के जोखिमों के बावजूद मजबूती से अपनी पकड़ बनाई है। निवेशकों का ध्यान अब Fed के निर्णय के साथ-साथ आने वाले आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक व्यापार वार्ताओं पर रहेगा, जो अगले कुछ दिनों में बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। कुल मिलाकर, 17 सितंबर का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए उत्साहवर्धक रहा। Nifty का 25,300 के ऊपर बंद होना एक मजबूत संकेत है कि बाजार में खरीदारी की लहर बनी हुई है और निवेशक सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। Trade optimism के चलते बाजार में तेजी बनी रहेगी और निवेशकों को सतर्कता के साथ इस मौके का लाभ उठाना चाहिए