Nifty 50 ने 16 सितंबर को जबरदस्त रैली लगाई और 170 पॉइंट्स की तेजी के साथ मजबूत वापसी की। पिछले सत्र में कुछ थकावट के बाद यह तेजी ने lower high–lower low के पैटर्न को तोड़ दिया है, जिससे बाजार में तेजी की नई उम्मीदें जगी हैं। तकनीकी और मोमेंटम इंडिकेटर्स ने भी इस तेजी को सपोर्ट दिया है, जिससे निवेशकों में उत्साह बढ़ा है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर Nifty 25,250 के स्तर को decisively पार कर पाता है, जो मंगलवार को intraday टेस्ट भी हुआ था, तो यह अगले कुछ सत्रों में 25,400 और 25,550 तक की रैली का रास्ता खोल सकता है। वहीं, किसी भी तरह की profit booking होने पर उसे खरीदारी का अवसर माना जाना चाहिए। बाजार का immediate support 25,150 पर है, जिसके बाद 25,000 से 24,850 का ज़ोन मजबूत सपोर्ट प्रदान करता है। तकनीकी विश्लेषण में Nifty ने daily चार्ट पर लंबी bullish candle बना कर lower high–lower low के downtrend को खत्म कर दिया है, जो सकारात्मक संकेत है। इंडेक्स Bollinger Bands के upper band के करीब पहुंच गया है, जबकि RSI 63.84 तक चढ़ गया है। MACD ने भी zero line के ऊपर मजबूत bullish crossover बनाकर तेजी की पुष्टि की है। इसका histogram भी विस्तार दिखा रहा है, जो momentum की मजबूती को दर्शाता है
Bank Nifty ने भी इस दिन strong bullish candle प्रदर्शित की, जो above-average volume के साथ थी। 50-day EMA को पुनः हासिल कर Bank Nifty अब सभी महत्वपूर्ण moving averages के ऊपर ट्रेड कर रहा है। यह Bollinger Bands के midline से भी ऊपर है। RSI 55 के स्तर पर पहुंच गया है, जो तेजी को सपोर्ट करता है, जबकि MACD का bullish crossover जारी है और histogram में विस्तार हो रहा है। ये सभी संकेत Bank Nifty में भी तेजी जारी रहने के अनुमान को बल देते हैं। विकल्प बाजार के आंकड़ों पर नजर डालें तो Nifty के कॉल ऑप्शन्स में 26,000 strike पर सबसे अधिक open interest (70.7 लाख contracts) है, जो एक महत्वपूर्ण resistance स्तर हो सकता है। इसके बाद 25,200 (38.02 लाख contracts) और 25,500 (32.76 लाख contracts) strike हैं। 26,000 strike पर सबसे अधिक कॉल writing हुई है, जिसमें 32.52 लाख contracts का इजाफा हुआ है, जो निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है। वहीं, 25,100 strike पर सबसे अधिक कॉल unwinding देखने को मिली है, जिससे 6.1 लाख contracts घटे हैं। पुट ऑप्शन्स के मामले में 25,200 strike पर सबसे ज्यादा open interest (56.43 लाख contracts) है, जो Nifty के लिए एक मजबूत सपोर्ट स्तर बन सकता है
इसके बाद 25,000 (50.74 लाख contracts) और 25,100 (42.73 लाख contracts) strike हैं। 25,200 strike पर सबसे अधिक पुट writing हुई है, जिसमें 48.26 लाख contracts जोड़े गए हैं, जो बाजार में तेजी के समर्थन का संकेत देता है। Bank Nifty के कॉल ऑप्शन्स में 57,000 strike पर सबसे अधिक open interest (14.52 लाख contracts) है, जो short-term resistance का स्तर हो सकता है। इसके बाद 56,000 (13.88 लाख contracts) और 55,000 (12.17 लाख contracts) strike भी महत्वपूर्ण हैं। 55,200 strike पर सबसे अधिक कॉल writing हुई है। पुट ऑप्शन्स में 54,000 strike पर सबसे ज्यादा open interest (15.19 लाख contracts) है, जो समर्थन का काम करेगा। इसके बाद 55,000 और 54,500 strike भी सपोर्ट प्रदान करेंगे। Nifty Put-Call ratio (PCR) 16 सितंबर को 1.29 पर पहुंच गया, जो पिछले सत्र के 1.08 से बढ़ा है। PCR का बढ़ना यह दर्शाता है कि पुट ऑप्शन्स की बिक्री बढ़ रही है, जो आमतौर पर तेजी के मूड को दर्शाता है। PCR का 1 से ऊपर होना एक bullish संकेत माना जाता है
वहीं, India VIX, जो बाजार की अस्थिरता को मापता है, गिरकर 10.27 पर आ गया है। यह सभी प्रमुख moving averages से नीचे बना हुआ है, जो कम volatility और बाजार में तेजी के अनुकूल माहौल को दर्शाता है। बाजार में 88 स्टॉक्स में long build-up देखी गई है, जहां open interest और कीमत दोनों बढ़े हैं, जो निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। वहीं, 17 स्टॉक्स में long unwinding हुई है और 41 स्टॉक्स में short build-up हुआ है। इसके अलावा 67 स्टॉक्स में short-covering हुई है, यानी ओपन इंटरेस्ट कम हुआ और कीमत बढ़ी। यह सब संकेत मिलते हैं कि बाजार में तेजी के साथ-साथ कुछ निवेशक जोखिम से बचने की तैयारी कर रहे हैं। F&O सेगमेंट में, Angel One, HFCL, Oracle Financial Services Software और RBL Bank पर अभी भी बैन लगा हुआ है, जबकि कोई नया स्टॉक इस सूची में शामिल नहीं हुआ है। इससे पता चलता है कि बाजार में कुछ कंपनियों की ट्रेडिंग सीमित है, जिससे संभावित उतार-चढ़ाव पर नियंत्रण रखा जा रहा है। कुल मिलाकर, Nifty और Bank Nifty दोनों ने मजबूत तकनीकी संकेत दिए हैं जो आगे की तेजी की संभावना जताते हैं। 25,250 के पार decisively close होने पर अगले स्तरों की ओर रैली संभव है
निवेशकों को चाहिए कि वे प्रत्येक profit booking को खरीदारी का अवसर समझें और सपोर्ट लेवल्स पर नजर रखें। बाजार की मौजूदा स्थिति और विकल्प बाजार के आंकड़े यह पुष्टि करते हैं कि फिलहाल बाजार में बुल्स के पास बढ़त है और यह तेजी जारी रह सकती है