Infosys ने गुरुवार, 11 सितंबर 2025 को अपने सबसे बड़े Share Buyback Programme की घोषणा की है, जिसकी कुल कीमत ₹18,000 करोड़ है। इस कदम के तहत कंपनी 10 करोड़ fully paid-up equity shares, जिनकी face value ₹5 प्रति शेयर है, को ₹1,800 प्रति शेयर की दर से वापस खरीदेगी। यह शेयर Buyback कुल paid-up equity capital का लगभग 2.41% हिस्सा है। इस Buyback प्राइस में गुरुवार को BSE पर बंद हुए ₹1,509.50 के मुकाबले करीब 19% का प्रीमियम शामिल है। Infosys के Board of Directors ने इसी दिन हुई मीटिंग में इस योजना को मंजूरी दी है। कंपनी की आधिकारिक घोषणा में कहा गया है, “Board of Directors ने ₹18,000 करोड़ की सीमा तक ₹1,800 प्रति शेयर की दर से equity shares वापस खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। ” जून 2025 तिमाही के अंत तक Infosys ने $884 मिलियन (लगभग ₹7,805 करोड़) का free cash flow रिपोर्ट किया था, जो इस Buyback के लिए ठोस वित्तीय आधार प्रस्तुत करता है। हालांकि NSE पर Infosys के शेयर 1.33% की गिरावट के साथ ₹1,512.20 पर बंद हुए, लेकिन इस Buyback से निवेशकों के बीच उत्साह बढ़ने की उम्मीद है। इस Buyback को लागू करने के लिए Shareholder की मंजूरी आवश्यक होगी, जो कंपनी की निवेशकों को surplus cash लौटाने की रणनीति का अहम हिस्सा है। यह Infosys का पांचवां बड़ा Buyback है
कंपनी ने 2017 में पहली बार लगभग 11.3 करोड़ शेयर ₹1,150 प्रति शेयर की दर से ₹13,000 करोड़ में वापस खरीदे थे। इसके बाद 2019 में ₹8,260 करोड़ का दूसरा Buyback हुआ। डिजिटल उत्पादों की बढ़ती मांग के बीच 2021 में कंपनी ने ₹9,200 करोड़ का open market buyback ₹1,750 प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर किया। सबसे हालिया Buyback 2022 में ₹9,300 करोड़ के मूल्य पर ₹1,850 प्रति शेयर की दर से हुआ था। विश्लेषकों के अनुसार, Infosys के ये लगातार Buyback इसके दीर्घकालिक विस्तार और Shareholder wealth को बढ़ाने के विश्वास को दर्शाते हैं। कंपनी अपने वित्तीय स्वास्थ्य के साथ-साथ निवेशकों को लाभांश और Buyback के जरिए मूल्य लौटाने पर जोर दे रही है। इसी दिन Infosys ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उसने global apparel leader HanesBrands Inc. के साथ दस साल की रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की। इस गठजोड़ के तहत Infosys HanesBrands के डिजिटल बिजनेस एप्लिकेशन और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक रणनीतिक सहयोगी के रूप में कार्य करेगा। यह सहयोग Infosys के proprietary प्लेटफॉर्म, जैसे कि Live Enterprise Automation Platform (LEAP) को AI-first Topaz suite के तहत उपयोग करेगा, जो generative AI और AIOps तकनीकों से लैस है। इस साझेदारी का उद्देश्य HanesBrands के मुख्य संचालन को आधुनिक बनाना, आईटी सिस्टम को सरल करना, व्यावसायिक चुस्ती बढ़ाना और डेटा से अधिक मूल्य निकालना है
यह कदम Infosys की डिजिटल सेवाओं में नवाचार और वैश्विक कंपनियों के साथ मजबूत साझेदारी की प्रतिबद्धता को दिखाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि Infosys की मजबूत वित्तीय स्थिति और Buyback में निवेश का विश्वास बाजार में सकारात्मक भावनाओं को प्रबल करेगा। यह कदम भारतीय IT सेक्टर के लिए भी सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, जो निवेशकों के भरोसे को बढ़ाने में मदद करेगा। कुल मिलाकर, Infosys का ₹18,000 करोड़ का Buyback उसकी Shareholder value को बढ़ाने और दीर्घकालिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है। HanesBrands के साथ यह रणनीतिक गठजोड़ कंपनी की वित्तीय मजबूती और डिजिटल नवाचार दोनों को दर्शाता है, जो आने वाले वर्षों में Infosys को और भी मजबूती प्रदान करेगा