Nifty 50 ने 25,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया, क्या तेजी बरकरार रह पाएगी? Nifty 50 ने लगातार सातवें दिन तेजी दिखाते हुए 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर लिया है, जो पिछले तीन हफ्तों में पहली बार हुआ है। 11 सितंबर को बाजार ने 24,900 के स्तर को मजबूती से बचाया और अगले दिन इस मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर एक सकारात्मक रुख का संकेत दिया। तकनीकी विश्लेषण में यह स्पष्ट होता है कि Nifty 50 ने गिरती हुई resistance trendline को तोड़ते हुए bullish crossover दिया है, साथ ही momentum indicators और short-term moving averages में भी मजबूती देखने को मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर Nifty आने वाले सत्रों में 25,000 के ऊपर टिकता रहता है, तो यह 25,200-25,250 के क्षेत्र तक तेजी के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा, जिसके बाद 25,500 स्तर तक भी तेजी का विस्तार संभव है। दूसरी ओर, downside में 24,900-24,800 का क्षेत्र मजबूत support के रूप में कार्य करेगा। तकनीकी संकेतकों की बात करें तो, Nifty 50 ने एक bullish candle बनाई है, जिसमें पिछले दिन की trading range के भीतर हल्का upper shadow दिखा। 10-day EMA ने 20-day और 50-day EMAs को पार कर लिया है, जिससे short-term momentum में तेजी का स्पष्ट संकेत मिलता है। साथ ही, Bollinger Bands के upper band में भी विस्तार हुआ है। Relative Strength Index (RSI) 57.79 तक बढ़ा है, जिसमें positive crossover हुआ है। MACD ने भी bullish crossover के साथ signal line को ऊपर से पार किया है और histogram की ताकत बढ़ी है
ये सभी संकेतकों से यह स्पष्ट होता है कि Nifty में तेजी बनी रहने की संभावना अधिक है। Bank Nifty की बात करें तो, यह भी 20-day EMA से ऊपर मजबूती से बना हुआ है और 10-day EMA ऊपर की ओर trend में है। RSI 47.42 पर सकारात्मक crossover के साथ बढ़ा है, जबकि MACD bullish crossover बनाए हुए है, हालांकि यह अभी zero line के नीचे है। Bank Nifty के pivot points के मुताबिक, resistance 54,745, 54,829, और 54,965 पर है, जबकि support 54,474, 54,390, और 54,255 पर स्थित है। Fibonacci retracement के हिसाब से भी 54,118 और 55,598 के बीच resistance और 54,418 तथा 53,418 के बीच support की पुष्टि होती है। विकल्प बाजार (Options Market) के आंकड़े भी महत्वपूर्ण संकेत देते हैं। Nifty के कॉल विकल्पों (Call Options) में 26,000 strike पर सबसे अधिक open interest (1.22 करोड़ contracts) है, जो कि short-term में एक मजबूत resistance का काम कर सकता है। इसके बाद 25,500 और 25,000 strike पर भी उच्च open interest दर्ज किया गया है। वहीं, कॉल ऑप्शंस में सबसे ज्यादा writing 25,400 strike पर हुई है, जो बाजार में उस स्तर पर बिकवाली की संभावना को दर्शाता है। दूसरी ओर, Put ऑप्शंस में 25,000 strike पर सबसे अधिक open interest (1.51 करोड़ contracts) है, जो कि Nifty के लिए एक महत्वपूर्ण support स्तर माना जा सकता है
Bank Nifty के कॉल ऑप्शंस में 56,000 strike पर सबसे ज्यादा open interest (12.77 लाख contracts) है, जो short-term resistance के रूप में कार्य करेगा। Put ऑप्शंस में 54,000 strike पर सबसे ज्यादा open interest (14.08 लाख contracts) देखने को मिला है, जो कि मजबूत support के रूप में माना जा सकता है। Put-Call Ratio (PCR) में वृद्धि हुई है और यह 1.17 पर पहुंच गया है, जो बताता है कि बाजार में Put options की बिक्री Call options की तुलना में ज्यादा हो रही है। यह एक bullish संकेत है क्योंकि traders अधिक Put बेच रहे हैं, जिससे यह उम्मीद की जाती है कि बाजार में तेजी बनी रहेगी। India VIX, जो बाजार की expected volatility को मापता है, 10.36 पर बंद हुआ जो अप्रैल 2024 के बाद सबसे कम स्तर है। कम VIX का अर्थ है कि बाजार में स्थिरता और निवेशकों के बीच आत्मविश्वास बढ़ा है, जो तेजी के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है। बाजार में 55 स्टॉक्स में long build-up देखा गया है, जिसका मतलब है कि इन स्टॉक्स में open interest और कीमत दोनों बढ़ रही हैं। वहीं, 38 स्टॉक्स में long unwinding हुआ है, जहां open interest और कीमत दोनों गिरावट पर हैं। Short build-up 60 स्टॉक्स में हुआ है, जबकि 61 स्टॉक्स में short covering का दौर जारी है। डेरिवेटिव्स के तहत F&O segment में Oracle Financial Services Software को नए प्रतिबंधों में शामिल किया गया है, जबकि RBL Bank पर प्रतिबंध जारी है
कुल मिलाकर, Nifty 50 ने मजबूत पकड़ बनाई है और तकनीकी संकेत भी तेजी की पुष्टि करते हैं। अगर 25,000 के ऊपर बनी रहे तो अगले स्तरों तक तेजी की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, निवेशकों को short-term volatility और resistance levels पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा