Tata Capital, जो कि देश की प्रमुख Non-Banking Financial Company (NBFC) में से एक है, अपनी पहली सार्वजनिक पेशकश यानी Initial Public Offering (IPO) अक्टूबर 2025 के पहले हाफ में लॉन्च करने वाली है। यह जानकारी उन सूत्रों से मिली है जो इस मामले से परिचित हैं। पहले यह खबर आई थी कि कंपनी अपना IPO सितंबर 30 तक लॉन्च कर सकती है, लेकिन Reserve Bank of India (RBI) ने शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट करने के लिए निर्धारित समयसीमा बढ़ा दी है। RBI की तरफ से यह एक्सटेंशन कुछ प्रक्रियागत कारणों की वजह से दिया गया है। Tata Capital का यह IPO लगभग USD 2 बिलियन यानी ₹17,000 करोड़ से अधिक की राशि जुटाने का लक्ष्य लेकर आ रहा है, और इसकी कुल वैल्यूएशन करीब USD 18 बिलियन बताई गई है। IPO के तहत कुल 47.58 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे, जिसमें 21 करोड़ शेयर नई इश्यू के रूप में होंगे और 26.58 करोड़ शेयर Offer For Sale (OFS) के जरिए बेचे जाएंगे। OFS में Tata Sons, जो कि इस NBFC के प्रमोटर हैं, 23 करोड़ शेयर बेचेंगे जबकि International Finance Corporation (IFC) 3.58 करोड़ शेयरों का विक्रय करेगी। वर्तमान में Tata Sons के पास Tata Capital में 88.6% की हिस्सेदारी है, वहीं IFC के पास 1.8% की हिस्सेदारी है। IPO से जुटाए गए फंड का मुख्य उपयोग Tier-I कैपिटल बढ़ाने और लेंडिंग गतिविधियों को गति देने के लिए किया जाएगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि शेयर बाजारों में लिस्टिंग से Tata Capital को ब्रांड वैल्यू में बढ़ोतरी और पब्लिक मार्केट में अपनी हिस्सेदारी का विस्तार करने में मदद मिलेगी
Tata Capital ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान कंपनी का PAT ₹472 करोड़ से बढ़कर 120.55% की वृद्धि के साथ ₹1,042 करोड़ तक पहुंच गया है। कुल आय भी ₹6,557 करोड़ से बढ़कर ₹7,692 करोड़ हो गई है। यह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन IPO की सफलता के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। यह IPO RBI के उस निर्देश का पालन करने के तहत आ रहा है जिसमें देश की ऊपरी परत की NBFC को अपनी इक्विटी को तीन साल के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट करना अनिवार्य कर दिया गया है। Tata Capital को सितंबर 2022 में इस ऊपरी परत की NBFC के रूप में वर्गीकृत किया गया था, इसलिए यह कंपनी समय सीमा के भीतर लिस्टिंग कर रही है। बाजार में Tata Capital के IPO की तुलना हाल ही में आए अन्य NBFC IPOs से की जा रही है। जून 2024 में HDB Financial Services ने ₹12,500 करोड़ की इश्यू के साथ बाजार में कदम रखा था, जबकि Bajaj Housing Finance ने सितंबर 2024 में मजबूती के साथ अपना बाजार परिचय दिया था। इन दोनों कंपनियों के सफल IPO ने Tata Capital के लिए भी सकारात्मक माहौल तैयार किया है। Tata Capital के IPO के जरिए न केवल कंपनी को पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी, बल्कि यह भारतीय शेयर बाजार की गहराई और विविधता को भी बढ़ाएगा
खासकर वित्तीय क्षेत्र में निवेशकों को यह मौका मिलेगा कि वे एक प्रतिष्ठित NBFC में हिस्सेदारी हासिल कर सकें। इसके अलावा, Tata Capital की लिस्टिंग से बाजार में NBFC सेक्टर के प्रति निवेशकों का विश्वास और बढ़ सकता है। IPO की प्रक्रिया में Tata Capital ने अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) पहले ही दाखिल कर दिया है, जिसमें कंपनी ने अपने विस्तार और वित्तीय योजनाओं का ब्योरा दिया है। अब बाजार और निवेशक इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब कंपनी आधिकारिक तौर पर अपना IPO लॉन्च करेगी और इसका सब्सक्रिप्शन कैसा रहेगा। कुल मिलाकर, Tata Capital का यह IPO भारतीय वित्तीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण इवेंट माना जा रहा है, जो न केवल कंपनी के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा, बल्कि NBFC सेक्टर की मजबूती और विकास को भी दर्शाएगा। इस IPO के सफल होने से Tata Capital को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा और निवेशकों को एक भरोसेमंद निवेश विकल्प मिलेगा। अगले कुछ महीनों में इस IPO से जुड़ी अधिक जानकारी और तारीखें सामने आएंगी, लेकिन फिलहाल यह तय है कि Tata Capital का यह IPO अक्टूबर 2025 में भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी और चर्चित सार्वजनिक पेशकशों में से एक होगा