Infosys के शेयरधारकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। Morgan Stanley की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी लगभग ₹10,000 से ₹14,000 करोड़ के शेयर buyback पर विचार कर रही है, जो मौजूदा बाजार मूल्य से 18 से 25 प्रतिशत तक प्रीमियम पर होगा। यह buyback पिछले तीन सालों में पहली बार होगा और कंपनी के पिछले आठ वर्षों में पांचवां buyback होगा। इस खबर ने बाजार में उत्सुकता बढ़ा दी है क्योंकि Infosys का बोर्ड आज इस प्रस्ताव पर चर्चा करेगा। Infosys के शेयर 11 सितंबर को खुले स्तर पर स्थिर थे, लेकिन बाद में लगभग 1% गिरावट के साथ Nifty 50 के टॉप लूजर्स में शामिल हो गए। पिछले एक सप्ताह में कंपनी के शेयरों में 2.6% की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि पिछले एक महीने में यह बढ़त 6.6% रही। हालांकि, वर्ष की शुरुआत से अब तक (YTD basis) कंपनी के शेयर लगभग 19% नीचे हैं। बाजार में निवेशक खास तौर पर इस बात पर नजर बनाए हुए हैं कि कंपनी इस buyback के लिए अपनी कुल नकदी में से कितना हिस्सा इस्तेमाल करेगी और कितना प्रीमियम देगी। Infosys के पास जून 2025 तक लगभग ₹24,500 करोड़ नकद उपलब्ध था। कंपनी की यह उच्च नकद सृजन क्षमता और वैश्विक पूंजी तक पहुंच इसे इस तरह के बड़े buyback को अंजाम देने में सक्षम बनाती है
कंपनी के संचालन से प्राप्त नकदी और दीर्घकालिक तथा अल्पकालिक निवेश से होने वाली आय इसके मुख्य वित्तीय स्रोत हैं। इस buyback का समय भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा भारतीय निर्यातों पर लगाए जा रहे टैरिफ के बीच आ रहा है। साथ ही, अमेरिका की अर्थव्यवस्था में मंदी के खतरे और H1-B वीज़ा के प्रतिबंधों की चर्चा भी बाजार की चिंता का विषय बनी हुई है। ऐसे माहौल में Infosys का यह कदम कंपनी की वित्तीय मजबूती और निवेशकों को विश्वास दिलाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। Infosys ने अपने FY25 के वार्षिक रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी की मजबूत प्रदर्शन, उच्च वृद्धि, मजबूत नकद निर्माण और लाभप्रदता ने इसे एक मजबूत, ऋण-मुक्त और तरल बैलेंस शीट बनाने में मदद की है। FY20 से FY24 के बीच कंपनी ने कुल ₹88,400 करोड़ की फ्री कैश फ्लो का लगभग 85% हिस्सा डिविडेंड और buybacks के जरिए निवेशकों को लौटाया है। वित्त वर्ष 2025 में Infosys ने ₹21 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड और ₹22 प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड भी घोषित किया था। पिछले पांच वर्षों में, कंपनी ने कुल 11.62 करोड़ पूर्ण रूप से भुगतान किए गए इक्विटी शेयरों को बाजार से खरीदा और समाप्त किया है। Infosys के एक ही प्रकार के इक्विटी शेयर हैं, और इसके ADR होल्डर्स भी इस buyback में हिस्सा ले सकते हैं। यह भी ध्यान देने वाली बात है कि IT सेक्टर में पिछले दो वर्षों में किसी भी टॉप-टियर कंपनी ने buyback नहीं किया है, जिससे Infosys का यह कदम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है
Motilal Oswal ने Infosys पर Neutral कॉल दी है और लक्ष्य मूल्य ₹1750 रखा है, जबकि Prabhudas Lilladher ने Accumulate कॉल के साथ वही लक्ष्य मूल्य सुझाया है। IT सेवा क्षेत्र में TCS और Wipro भी buyback के लिए पात्र हैं, और दोनों कंपनियों ने 2016 से 2023 के बीच पांच- पांच buybacks किए हैं। Infosys ने 2017 के बाद से चार buybacks किए हैं। कंपनी ने FY26 के लिए अपनी पूर्ण वर्ष की राजस्व वृद्धि की मार्गदर्शिका को संशोधित करते हुए 1-3 प्रतिशत के स्थिर मुद्रा (constant currency) विकास की उम्मीद जताई है, जिसमें निचले स्तर को बढ़ाया गया है। यह buyback न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति की मजबूती को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि Infosys अपने निवेशकों को मूल्य वृद्धि के जरिए लाभान्वित करने का प्रयास कर रही है। आने वाले दिनों में बाजार की नजर इस प्रस्ताव के बोर्ड से मंजूरी मिलने और buyback की विस्तृत योजना पर होगी। इस कदम से Infosys को न केवल अपने शेयरधारकों का विश्वास मजबूत करने में मदद मिलेगी, बल्कि यह कंपनी को वैश्विक बाजारों में अपनी प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति भी बनाए रखने में सहायता करेगा। साथ ही, यह निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक अवसर हो सकता है, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता और वैश्विक आर्थिक अनिश्चय के बीच यह प्रीमियम वाला buyback सामने आ रहा है