भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला, जब Foreign Institutional Investors (FIIs/FPI) ने भारतीय इक्विटीज में लगभग ₹2050 करोड़ की नेट खरीदारी की, जबकि Domestic Institutional Investors (DIIs) की सक्रियता अपेक्षाकृत कम रही और उन्होंने मात्र ₹83 करोड़ की नेट खरीदारी की। यह पहली बार था जब FIIs की खरीदारी DIIs से ज्यादा रही, और आखिरी बार ऐसा 26 जून को हुआ था। यह दिन NSE का पहला Tuesday expiry भी था, जिसने बाजार में कुछ अतिरिक्त उत्साह पैदा किया। ट्रेडिंग सेशन के दौरान DIIs ने कुल ₹10,423 करोड़ की खरीदारी की जबकि ₹10,340 करोड़ की बिक्री की। दूसरी ओर, FIIs ने ₹11,897 करोड़ की खरीदारी के साथ ₹9,846 करोड़ की बिक्री की। वर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक FIIs ने कुल ₹2.13 लाख करोड़ की नेट बिक्री की है, वहीं DIIs ने ₹5.23 करोड़ की नेट खरीदारी की है। यह आंकड़े बाजार में FIIs की हालिया खरीदारी को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं। मंगलवार को Nifty ने 95 अंकों की मजबूती के साथ 24,869 के स्तर पर बंद किया, जिसमें IT और फार्मा सेक्टर की मजबूती प्रमुख थी। हालांकि ऑटो और रियल्टी सेक्टर में कुछ बिकवाली का दबाव देखा गया। Infosys द्वारा शेयर buyback की घोषणा ने IT सेक्टर में खरीदारी को बढ़ावा दिया और समग्र बाजार की भावना को बेहतर बनाया
Sensex ने भी 314 अंकों की बढ़त के साथ 81,101 के स्तर पर बंद किया। BSE Midcap और Smallcap इंडेक्स ने भी 0.2% की बढ़त दर्ज की, जो बड़े कैप स्टॉक्स के अलावा बाजार में स्थिर रुचि का संकेत देता है। Choice Equity Broking की Technical & Derivative Analyst Amruta Shinde ने बताया कि भारत का VIX लगभग 10.8 के स्तर पर स्थिर रहा, जो बाजार में एक स्थिर और नियंत्रित वोलैटिलिटी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “डेली चार्ट पर इंडेक्स ने बुलिश कैंडल बनाई है, जो Infosys के buyback समाचार के बाद सकारात्मक भावना को दर्शाता है। निचले स्तरों पर मजबूत खरीदारी देखने को मिली, लेकिन 24,900 से 25,000 के बीच का क्षेत्र अब भी एक मजबूत रेसिस्टेंस बना हुआ है। ” उन्होंने आगे कहा कि Nifty ने अपने 10- और 20-दिन के EMA के ऊपर रहकर शॉर्ट टर्म ट्रेंड को बरकरार रखा है, जो लगभग 24,730 के स्तर पर हैं। हालांकि, यदि Nifty 25,000 के ऊपर स्थिर नहीं रहता तो कुछ कंसॉलिडेशन या हल्की प्रॉफिट बुकिंग की संभावना बनी रहेगी। साथ ही, उन्होंने 24,620 को नजदीकी सपोर्ट स्तर बताया है। मंगलवार के कारोबार में देखे गए आंकड़े और तकनीकी विश्लेषण यह संकेत देते हैं कि बाजार में फिलहाल निवेशकों की रुचि बनी हुई है और FIIs की खरीदारी से यह और मजबूत हो सकता है। Infosys के शेयर buyback की घोषणा ने IT सेक्टर को नया उत्साह दिया है, जो बाजार की समग्र धारणा को सकारात्मक दिशा में ले जा रहा है
हालांकि, ऑटो और रियल्टी सेक्टर्स में बिकवाली ने बाजार के कुछ हिस्सों में दबाव बनाए रखा है। कुल मिलाकर, मंगलवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए उत्साहवर्धक रहा, जहां FIIs की सक्रियता और Infosys की Buyback योजना ने Nifty को मजबूती दी। बाजार में 25,000 के स्तर को पार करना चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन फिलहाल यह स्तर करीब आ चुका है। यदि Nifty 25,000 के ऊपर स्थिर होता है तो आने वाले दिनों में और मजबूती देखने को मिल सकती है। वहीं निवेशकों को बाजार के तकनीकी संकेतों पर ध्यान देना आवश्यक होगा ताकि वे सही समय पर अपने निवेश निर्णय ले सकें