Nifty 50 ने 4 सितंबर को करीब 250 अंक की गिरावट दर्ज की, जो 25,000 के करीब से शुरू हुई प्रॉफिट बुकिंग के कारण हुआ। हालांकि अंत में यह मध्यम लाभ के साथ बंद हुआ, लेकिन बाजार में अभी भी सतर्कता बनी हुई है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर Nifty 50 20-day और 50-day EMAs के ऊपर टिकता है, तो यह ट्रेंड मजबूत हो सकता है। फिलहाल इंडेक्स ने Bollinger Bands के मिडलाइन और 100-day EMA के ऊपर ट्रेड किया है, जो एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। दिन के दौरान Nifty ने 24,700 के स्तर को बचाए रखा, जो निकटतम सपोर्ट माना जा रहा है। अगर यह स्तर टूटता है तो 24,500 से 24,400 के क्षेत्र में गिरावट संभव है। दूसरी ओर, 25,000 का स्तर अहम रेसिस्टेंस के रूप में उभर रहा है। इससे ऊपर 25,500 तक का रुख बन सकता है। तकनीकी विश्लेषण में Nifty 50 ने एक लंबी Bearish Candle बनाई है, जो Bearish Belt Hold और Bearish Meeting Line पैटर्न का संकेत देती है। यह पैटर्न बाजार में नकारात्मक रुख की ओर इशारा करता है
इंडेक्स फिलहाल 50-day EMA के नीचे और 20-day EMA के करीब ट्रेड कर रहा है, लेकिन Bollinger Bands के मिडलाइन और 100-day EMA के ऊपर बना हुआ है। RSI 49.09 पर है, जिससे सकारात्मक क्रॉसओवर दिख रहा है, वहीं MACD ने भी बुलिश क्रॉसओवर दिया है और Histogram पॉजिटिव हो गया है। Stochastic RSI भी पॉजिटिव क्रॉसओवर पर है। ये संकेत बताते हैं कि जबकि बाजार में सतर्कता बनी हुई है, परंतु मजबूती की कोशिश भी जारी है। Bank Nifty की बात करें तो यह भी शुरुआती लाभ छोड़कर केवल 8 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। Bank Nifty 20-, 50- और 100-day EMAs से नीचे है, लेकिन 200-day EMA (53,587) से ऊपर बना हुआ है। इसने 38.2% Fibonacci retracement स्तर 54,400 को टेस्ट किया, लेकिन इसे बनाए नहीं रख पाया। RSI 37.28 पर है और MACD भी नकारात्मक क्रॉसओवर पर है, जो कमजोरी और मंदी की ओर इशारा करता है। Weekly options डेटा के अनुसार, Nifty के 25,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call open interest (1.79 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो इस स्तर को शॉर्ट टर्म में महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस बनाता है। इसके बाद 24,900 और 25,500 स्ट्राइक पर भी भारी Call open interest है
Call writing अधिकतर 24,900 स्ट्राइक पर हुई है, जो बताता है कि ट्रेडर्स इस स्तर को रेसिस्टेंस मान रहे हैं। Put ऑप्शन्स में, 24,500 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Put open interest (1.26 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो इस स्तर को मजबूत सपोर्ट बनाता है। Bank Nifty के मासिक ऑप्शन्स में 56,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call open interest (12.9 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो इसे मुख्य रेसिस्टेंस बनाता है। Put open interest 54,000 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा (12.72 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो सपोर्ट के रूप में काम करेगा। Put-Call Ratio (PCR) में 4 सितंबर को तेज गिरावट देखी गई, जो 1.21 से घटकर 0.84 हो गया। यह संकेत देता है कि बाजार में बुलिश भावना बढ़ रही है, क्योंकि Put ऑप्शन्स की बिक्री Call ऑप्शन्स की तुलना में अधिक हो रही है। वहीं, India VIX भी 0.71% गिरकर 10.85 पर आ गया, जो छह सप्ताह के निचले स्तर को दर्शाता है। VIX के नीचे बने रहना बाजार के लिए सकारात्मक माना जाता है। ओपन इंटरेस्ट की स्थिति देखें तो कुल 15 स्टॉक्स में Long build-up हुआ है, यानी इनके दाम और ओपन इंटरेस्ट दोनों बढ़े हैं, जो लंबी पोजीशन के बढ़ने का संकेत है। वहीं 78 स्टॉक्स में Long unwinding हुआ, यानी दाम और ओपन इंटरेस्ट दोनों घटे हैं
Short build-up 87 स्टॉक्स में हुआ है, जबकि 34 स्टॉक्स में Short-covering देखी गई है। Delivery ट्रेड्स की बात करें तो कुछ स्टॉक्स में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है, जो ट्रेडिंग के बजाय निवेश की ओर इशारा करता है। F&O सेगमेंट में RBL Bank अभी भी बैन में है, जबकि किसी भी नए स्टॉक को इस बार बैन से नहीं जोड़ा गया है। कुल मिलाकर, Nifty 50 के लिए 24,700 सपोर्ट का स्तर महत्वपूर्ण है। अगर यह टूटता है तो 24,500 से 24,400 तक गिरावट संभव है, जबकि 25,000 का स्तर पार करने पर 25,500 तक तेजी आ सकती है। Bank Nifty फिलहाल कमजोर स्थिति में है और 54,000 के स्तर को टूटने से बचाना होगा। विकल्प बाजार के आंकड़े और तकनीकी संकेतों को देखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार के अगले मूवमेंट पर नजर रखनी चाहिए