Rachit Prints IPO में निवेशकों का धीमा उत्साह, सब्सक्रिप्शन हुआ सीमित 1.97 गुना Rachit Prints Limited का IPO तीसरे और अंतिम दिन भी निवेशकों के बीच खासा उत्साह नहीं जगा पाया है। ₹19.49 करोड़ के इस आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 1.97 गुना रहा, जो दर्शाता है कि बाजार में इस कंपनी के प्रति सतर्कता बनी हुई है। Rachit Prints का शेयर प्राइस ₹140-149 के बीच तय किया गया है, जो इस विशेष प्रकार के फैब्रिक्स निर्माता कंपनी के प्रति निवेशकों की सीमित रुचि को दर्शाता है। IPO के तीन दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पहले दिन सब्सक्रिप्शन मात्र 0.52 गुना था, दूसरे दिन यह बढ़कर 0.85 गुना हुआ और तीसरे दिन 1.97 गुना तक पहुंच गया। हालांकि तीसरे दिन सब्सक्रिप्शन में वृद्धि जरूर हुई, लेकिन यह आंकड़ा भी औसत से कम रहा। कुल 917 आवेदन प्राप्त हुए, जो इस SME श्रेणी की कंपनी के लिए न्यूनतम निवेशक भागीदारी को दर्शाता है। विभिन्न निवेशक वर्गों की बात करें तो Individual Investors ने तीसरे दिन 2.74 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया, जो दूसरे दिन के 1.02 गुना की तुलना में एक ठोस सुधार है। यह संकेत है कि खुदरा निवेशकों ने कंपनी में मध्य स्तर की रुचि दिखाई है। वहीं, Non-Institutional Investors ने 1.25 गुना भागीदारी दिखाई, जो दूसरे दिन के 0.71 गुना से बेहतर है। लेकिन Qualified Institutional Buyers (ex-anchor) की भागीदारी सिर्फ 1.00 गुना ही रही, जो सूचक है कि संस्थागत निवेशकों ने इस आईपीओ में विशेष दिलचस्पी नहीं दिखाई
IPO के कुल सब्सक्रिप्शन में Retail Investors की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही, जिसमें कुल 6,08,000 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 16,66,000 शेयरों के लिए आवेदन हुए। Non-Institutional Investors ने 6,08,000 शेयरों के लिए 7,58,000 शेयरों की बोली लगाई, जबकि QIB (Ex Anchor) ने मात्र 26,000 शेयरों के लिए आवेदन किया। Market Maker ने 66,000 शेयरों के लिए आवेदन किया, जो निर्धारित मात्रा के बराबर था। कुल मिलाकर, ₹36.51 करोड़ की बोली जमा हुई, जो जारी किए गए शेयरों के मूल्य से अधिक है, परंतु यह उत्साह व्यापक स्तर पर नहीं दिखा। Rachit Prints Limited 2003 में स्थापित एक कंपनी है जो खास प्रकार के फैब्रिक्स का निर्माण करती है। कंपनी की उत्पाद श्रृंखला में knitted, printed, warp knit और pillow fabrics शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, कंपनी binding tape भी बनाती है जो मुख्य रूप से mattress उद्योग में उपयोग होता है। यह B2B मॉडल पर काम करती है और Sleepwell, Kurlon Enterprises तथा Prime Comfort Products जैसे ब्रांड्स को सप्लाई करती है। कंपनी आरामदायक कॉम्बिनेशन जैसे comforters और bedsheets का भी व्यापार करती है। IPO के पहले दिन कंपनी को खासा उत्साह नहीं मिला था
उस दिन कुल सब्सक्रिप्शन मात्र 0.52 गुना था, जिसमें Individual Investors का योगदान 0.43 गुना रहा। Non-Institutional Investors की हिस्सेदारी 0.63 गुना रही, जबकि Qualified Institutional Buyers ने इस दिन कोई भी आवेदन नहीं किया था। दूसरे दिन सब्सक्रिप्शन बढ़कर 0.85 गुना हुआ, जिसमें Individual Investors का योगदान 1.02 गुना, Non-Institutional Investors का 0.71 गुना और QIB का शून्य रहा। तीसरे दिन सब्सक्रिप्शन में सुधार हुआ, लेकिन यह सुधार भी सीमित ही रहा। IPO के समग्र आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि इस कंपनी के प्रति बाजार की धारणा संतुलित और सतर्क रही। निवेशकों ने कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को लेकर पूर्ण विश्वास नहीं दिखाया, जिससे IPO की मांग अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंच पाई। Rachit Prints Limited के इस IPO का उद्देश्य कंपनी की विकास योजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। हालांकि, निवेशकों की सीमित भागीदारी से बाजार में इस कंपनी की क्षमता को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। कंपनी के व्यवसाय मॉडल और उत्पादों को देखते हुए, यह माना जा सकता है कि आर्थिक स्थिति और बाजार की धारणा ने निवेशकों को सतर्क रहने पर मजबूर किया है। इस IPO के परिणामों को देखकर यह साफ है कि Rachit Prints Limited को अपने उत्पादों और वित्तीय प्रदर्शन के जरिए निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए और मेहनत करनी होगी
निवेशकों की अपेक्षाएं अब भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुई हैं, जो भविष्य में कंपनी के लिए चुनौतियां पैदा कर सकती हैं। कुल मिलाकर, Rachit Prints IPO ने निवेशकों के मन में एक मध्यम स्तर का भरोसा पैदा किया है, लेकिन व्यापक और मजबूत निवेशक आकर्षण के मामले में यह उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। ऐसे में कंपनी की आगे की रणनीतियां और बाजार के साथ संवाद उसके भविष्य के लिए अहम भूमिका निभाएंगे