Edtech कंपनी Winspark Innovations Learning, जो PlanetSpark की पैरेंट कंपनी है, और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड boAt ने अपनी Initial Public Offerings (IPOs) की तैयारी तेज कर दी है। यह दोनों कंपनियां भारत के प्राइमरी मार्केट की तेजी को दर्शाती हैं और अपनी मंजिल की तरफ मजबूती से बढ़ रही हैं। इन कंपनियों ने न केवल मुनाफाखोरी को प्राथमिकता दी है, बल्कि वे आईपीओ से पहले स्पष्ट ग्रोथ टारगेट भी सेट कर चुकी हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास और बढ़ेगा। Winspark, जो Flipkart के को-फाउंडर Binny Bansal के सहयोग से उभरी है, का फोकस वित्तीय वर्ष 2025–26 (FY26) तक लाभप्रदता हासिल करने पर है। कंपनी PlanetSpark के माध्यम से प्रीस्कूल से लेकर वर्किंग प्रोफेशनल्स तक के लिए कम्युनिकेशन और सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण ऑनलाइन प्रदान करती है। Winspark का प्लान है कि वह दो लगातार वित्तीय वर्षों तक लाभप्रदता दिखाए और ₹800 करोड़ की आय हासिल करे, उसके बाद ही IPO फाइल करे। कंपनी के को-फाउंडर Kunal Malik ने बताया कि उनका विजन स्पष्ट है—पहले कंपनी को स्थायी रूप से प्रॉफिटेबल बनाना और फिर IPO के लिए जाना। यह रणनीति कंपनी की दीर्घकालिक मजबूती को दर्शाती है। वहीं, boAt के पैरेंट कंपनी Imagine Marketing को Securities and Exchange Board of India (SEBI) से IPO की मंजूरी मिल चुकी है। Warburg Pincus के सहयोग से उभरी यह कंपनी, जो हेडफोन, स्मार्टवॉच और कंज्यूमर एक्सेसरीज़ के लिए जानी जाती है, ने अप्रैल में कॉन्फिडेंशियल रूप से IPO के लिए फाइलिंग की थी
boAt का टारगेट वैल्यूएशन लगभग ₹13,000 करोड़ बताया जा रहा है। यह boAt का IPO के लिए दूसरा प्रयास है, क्योंकि 2022 में कंपनी ने ₹2,000 करोड़ के आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया था, लेकिन उस समय बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए योजना वापस ले ली गई थी। boAt की स्थापना 2013 में Aman Gupta और Sameer Mehta ने की थी। तब से कंपनी ने वियरेबल्स, ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स और मोबाइल एक्सेसरीज़ के क्षेत्र में भी विस्तार किया है। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट का चुनाव इस बात का संकेत है कि भारतीय कंपनियां अब IPO प्रक्रिया में अधिक लचीलापन चाहती हैं, क्योंकि इससे SEBI के अंतिम कमेंट्स मिलने के बाद 18 महीने तक IPO लॉन्च किया जा सकता है, जबकि पारंपरिक 12 महीने का टारगेट होता है। इस बीच, boAt के साथ ही Urban Company, Juniper Green Energy, Allchem Lifescience जैसी कई कंपनियां भी IPO के लिए SEBI से मंजूरी ले चुकी हैं। Urban Company का लक्ष्य ₹1,900 करोड़ जुटाना है, जिसमें फ्रेश इक्विटी और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल हैं। Allchem Lifescience ने ₹190 करोड़ के IPO की घोषणा की है, जिसमें 7,155,000 इक्विटी शेयर शामिल हैं। Jain Resource Recycling भी ₹2,000 करोड़ के IPO के लिए तैयार है, जिसमें ₹1,500 करोड़ का OFS और ₹500 करोड़ के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। यह कंपनी गैर-फेरस मेटल वेस्ट को रीसायकल करने पर केंद्रित है
भारत के प्राइमरी मार्केट में इस साल आईपीओ की संख्या में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। अगस्त महीने में ही दर्जनों कंपनियों ने अपनी सूचीबद्धता की प्रक्रिया पूरी की है। निवेशकों की रुचि विभिन्न सेक्टर्स जैसे edtech, consumer electronics, healthcare और services में बना हुआ है। यह माहौल भारतीय पूंजी बाजार की मजबूती और भविष्य की संभावनाओं को उजागर करता है। boAt के SEBI अनुमोदित IPO और Winspark की लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करने वाली रणनीति से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय कंपनियां पूंजी बाजारों पर विश्वास कर रही हैं। आने वाले महीनों में और अधिक कंपनियां आईपीओ के लिए आवेदन करेंगी, जिससे निवेशकों के पास नए और उभरते हुए सेक्टर्स में निवेश के अवसर और बढ़ेंगे। यह दौर भारतीय शेयर बाजार के लिए एक उत्साहजनक समय साबित हो सकता है, जहां तकनीकी नवाचार और उपभोक्ता मांग के बीच संतुलन बना रहेगा। इस प्रकार, Winspark और boAt जैसे दिग्गज नामों के आईपीओ का बाजार में आगाज न केवल निवेशकों के लिए नए विकल्प लेकर आएगा, बल्कि भारत के उद्यमी और नवाचार क्षेत्र में भी तेजी का संकेत देगा। आने वाला समय भारतीय पूंजी बाजार के लिए बेहद महत्वपूर्ण और रोमांचक रहेगा