SEBI ने Index Options ट्रेडिंग में फिर से लागू किए Intraday Position Limits, बाजार में आएगा नया अनुशासन

Saurabh
By Saurabh

SEBI ने Equity Derivatives मार्केट में Index Options ट्रेडिंग के लिए Intraday Position Limits को दोबारा लागू करने का ऐलान किया है। यह कदम बाजार में अधिक अनुशासन, स्थिरता और मजबूती लाने के मकसद से उठाया गया है। नए नियम 1 अक्टूबर से प्रभावी होंगे और इसका उद्देश्य बड़े एक्सपोजर्स से पैदा होने वाले जोखिमों को नियंत्रित करना है, साथ ही मार्केट की तरलता और सुव्यवस्थित कामकाज को बनाए रखना भी है। SEBI की इस नई सर्कुलर के अनुसार, हर ट्रेडिंग एंटिटी के लिए Net Intraday Position लिमिट को Futures Equivalent Basis पर 5,000 करोड़ रुपये तक सीमित किया जाएगा। वहीं Gross Intraday Position की सीमा भी Futures Equivalent Basis पर 10,000 करोड़ रुपये रखी गई है, जो कि वर्तमान End-of-Day Gross Limit के बराबर है। इस तरह से SEBI ने स्पष्ट और कड़े नियम बनाए हैं ताकि बड़े खिलाड़ी अत्यधिक जोखिम लेने से बचें और मार्केट में अनुचित गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। बाजार के विशेषज्ञों और विश्लेषकों ने SEBI के इस फैसले का स्वागत किया है। Rupak De, Senior Technical Analyst, LKP Securities ने बताया कि नए End-of-Day Limits से संस्थागत निवेशकों को बेहतर तरलता और अधिक लचीलापन मिलेगा। वहीं, Intraday Positioning पर लगने वाले प्रतिबंध और कड़े मॉनिटरिंग के जरिए अनुशासन कायम होगा और बाजार में मैनिपुलेशन की संभावना कम होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही रिटेल ट्रेडर्स को इसका प्रत्यक्ष लाभ न हो, लेकिन बेहतर प्राइस डिस्कवरी और कम एक्सपायरी-डे वोलैटिलिटी के चलते वे अप्रत्यक्ष रूप से इससे फायदा उठा पाएंगे

Arjun Prajapati, Senior Vice President, Asit C Mehta Investment Intermediates Limited ने भी इस कदम की सराहना की और कहा कि SEBI द्वारा यह कदम बाजार की अस्थिरता को कम करने और अधिक परिपक्व तथा अनुशासित भागीदारी को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत का डेरिवेटिव्स मार्केट विश्व के सबसे बड़े और सक्रिय बाजारों में से एक है, इसलिए यहां मजबूत जोखिम प्रबंधन और पारदर्शी नियमावली का होना बेहद जरूरी है। Gagan Singla, MD, BlinkX by JM Financial ने कहा कि यह बदलाव खासतौर पर उन बड़े खिलाड़ियों के लिए हैं जिनके पास बहुत बड़े पोसिशन होते हैं। इससे जोखिम प्रबंधन बेहतर होगा और कुल मिलाकर बाजार अधिक मजबूत बनेगा। रिटेल ट्रेडर्स की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी बिना उन्हें प्रभावित किए। साथ ही, ब्रोकर्स के लिए भी यह नियम एक्सचेंजों के SOPs के अनुसार लागू होंगे, जिससे सिस्टम की मजबूती बढ़ेगी। पिछले कुछ महीनों में विशेषकर Options Expiry Days पर कुछ निवेशक अत्यधिक बड़े पोसिशन लेकर बाजार की अस्थिरता और जोखिम को बढ़ा रहे थे। SEBI ने इसे ध्यान में रखते हुए इस दिशा में यह कड़ा कदम उठाया है, ताकि बाजार की ईमानदारी और स्थिरता बनी रहे। नए नियमों के तहत अब हर ट्रेडर को अपनी Intraday Position पर विशेष ध्यान देना होगा क्योंकि अब उनके पोसिशन की नियमित निगरानी और रैंडम स्नैपशॉट्स लिए जाएंगे। इससे अनुचित ट्रेडिंग गतिविधियों और बाजार में मैनिपुलेशन को रोकने में मदद मिलेगी

बाजार के लिए यह बदलाव एक सकारात्मक संकेत है कि नियामक बाजार की मजबूती और पारदर्शिता के लिए सक्रिय हैं। इससे पहले भी SEBI ने August में Enhanced Intraday Limits को पुनः लागू करने पर विचार किया था, जो अब आधिकारिक रूप से लागू होने जा रहे हैं। इस कदम से Equity Index Derivatives के क्षेत्र में जोखिम प्रबंधन मजबूत होगा और बाजार की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा। इस पूरी प्रक्रिया से न केवल Institutional Players को लाभ मिलेगा बल्कि रिटेल निवेशकों को भी बेहतर मूल्य निर्धारण और कम उतार-चढ़ाव के कारण अप्रत्यक्ष फायदा होगा। बाजार की यह नई व्यवस्था निवेशकों के विश्वास को बढ़ाएगी और देश के डेरिवेटिव्स सेक्टर को और अधिक विकसित करेगी। निष्कर्ष रूप में कहा जा सकता है कि SEBI द्वारा Index Options ट्रेडिंग के लिए Intraday Position Limits फिर से लागू करने का निर्णय बाजार के लिए एक बड़ा सकारात्मक बदलाव है। यह कदम न केवल जोखिम नियंत्रण को बेहतर बनाएगा बल्कि बाजार में अनुशासन और स्थिरता को भी सुनिश्चित करेगा, जिससे भारत का Derivatives Market और अधिक मजबूत और पारदर्शी बनेगा

Share This Article
By Saurabh
Follow:
Hello friends, my name is Saurabh Sharma. I am a digital content creator. I really enjoy writing blogs and creating code. My goal is to provide readers with simple, pure, and quick information related to finance and the stock market in Hindi.
Leave a comment
Would you like to receive notifications on latest updates? No Yes