Amanta Healthcare Limited के IPO ने पहले दिन मिक्स्ड लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया दर्ज की है। कंपनी का IPO ₹120-126 प्रति शेयर के मूल्य रेंज में आया है और कुल ₹126 करोड़ के इश्यू के मुकाबले पहले दिन 4.55 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि निवेशकों का उत्साह मध्यम स्तर का रहा, लेकिन खासकर रिटेल और नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों में अच्छी भागीदारी देखी गई। IPO की शुरुआत से ही रिटेल निवेशकों ने इस फार्मास्युटिकल कंपनी में जबरदस्त रुचि दिखाई, जिनका सब्सक्रिप्शन 6.61 गुना रहा। वहीं, नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों ने भी मजबूत प्रदर्शन करते हुए 5.76 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया। इसके विपरीत, Qualified Institutional Buyers (ex-anchor) ने इस IPO में लगभग नगण्य रुचि दिखाई, उनका सब्सक्रिप्शन महज 0.04 गुना रहा। Anchor investors ने पूरी हिस्सेदारी 1.00 गुना सब्सक्राइब की, जो कि एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। पहले दिन कुल 1,56,968 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें कुल बोली गई शेयरों की संख्या 3,18,61,060 रही। कुल बोली गई राशि ₹401.45 करोड़ तक पहुंच गई, जो कि इश्यू साइज से कई गुना अधिक है। यह दिखाता है कि निवेशकों ने इस अवसर को गंभीरता से लिया है, भले ही institutional segment में उतनी रुचि न दिखी हो
Amanta Healthcare Limited, जिसकी स्थापना 1994 में हुई थी, एक प्रमुख भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी है जो sterile liquid products के विकास, निर्माण और विपणन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी विशेष रूप से parenteral products बनाती है, और Aseptic Blow-Fill-Seal तथा Injection Stretch Blow Moulding तकनीकों का उपयोग करती है। कंपनी के पास 45 से अधिक generic products हैं, जो भारत सहित 21 देशों में 320 वितरकों के माध्यम से बेचे जाते हैं। IPO के दौरान विभिन्न निवेशक वर्गों की सब्सक्रिप्शन स्थिति इस प्रकार रही: Qualified Institutional Buyers (QIB) ने 20 लाख शेयरों के लिए केवल 78,183 शेयरों की बोली लगाई, जबकि Non-Institutional Investors (NII) ने 15 लाख शेयरों के लिए 86,46,659 शेयरों की मांग की। रिटेल निवेशकों ने सबसे अधिक 35 लाख शेयरों के लिए 2,31,36,218 शेयरों की मांग दर्ज की। विशेष रूप से, छोटे HNI निवेशकों ने NII सेगमेंट में 8.86 गुना तक सब्सक्रिप्शन के साथ अच्छी भागीदारी दिखाई, जो फार्मा सेक्टर में उनकी सकारात्मक सोच को दर्शाता है। वहीं, बड़े HNI निवेशक थोड़े सतर्क दिखे, जिनका bNII सेगमेंट में सब्सक्रिप्शन 4.22 गुना रहा। IPO की कुल सब्सक्रिप्शन रेटिंग यह संकेत देती है कि रिटेल और नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशक इस इंडस्ट्री और कंपनी के भविष्य पर भरोसा कर रहे हैं, जबकि संस्थागत निवेशकों के बीच यह उत्साह सीमित रहा। इसका कारण यह हो सकता है कि फार्मास्युटिकल सेक्टर में अभी बाजार में अनिश्चितताएं बनी हुई हैं या बड़ी संस्थाएं कंपनी के प्रदर्शन को लेकर सावधान हैं। कंपनी के उत्पादों की विविधता और वैश्विक वितरण नेटवर्क ने निवेशकों को आकर्षित किया है
Amanta Healthcare के पास एक मजबूत उत्पादन प्रणाली है, जो इसे बाजार में प्रतिस्पर्धा में बने रहने में मदद करती है। इसके अलावा, कंपनी की तकनीकी दक्षता और 21 देशों में मौजूदगी इसे वैश्विक स्तर पर एक विश्वसनीय फार्मा निर्माता बनाती है। पहले दिन के आंकड़ों की समीक्षा करें तो, कुल ₹126 करोड़ के इश्यू के मुकाबले ₹401.45 करोड़ की बोली ने IPO को सफल शुरुआत दी है। हालांकि, QIB का कम सब्सक्रिप्शन कंपनी के लिए एक चुनौती हो सकती है, लेकिन अगर रिटेल और NII निवेशक इसी उत्साह के साथ आगे बढ़ते हैं तो कंपनी को लिस्टिंग के बाद अच्छा समर्थन मिल सकता है। इस IPO से अमांटा हेल्थकेयर को अपनी उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने और विस्तार योजनाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। निवेशकों की यह प्रतिक्रिया संकेत देती है कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में निवेश के अवसरों को अभी भी बाजार में अच्छी मांग मिल रही है। संक्षेप में, Amanta Healthcare IPO ने पहले दिन निवेशकों के बीच मिश्रित लेकिन प्रोत्साहक उत्साह दिखाया है। रिटेल और नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों ने फार्मा सेक्टर की संभावनाओं पर भरोसा जताया है, जबकि संस्थागत निवेशकों की रूचि सीमित रही है। कुल मिलाकर, IPO ने ₹126 करोड़ के इश्यू साइज को काफी हद तक पार करते हुए ₹401.45 करोड़ की बोली प्राप्त की है, जो कंपनी के लिए एक मजबूत शुरुआत साबित होगी