भारतीय शेयर बाजार में इस समय नई-नई कंपनियों के हाई-प्रोफाइल IPO आने की तैयारी जोरों पर है, जो निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर लेकर आ रही हैं। Leap India Ltd और Tata Capital जैसे बड़े नाम जल्द ही पब्लिक मार्केट में दस्तक देने वाले हैं, जबकि Reliance Industries Ltd (RIL) की सहायक कंपनी Reliance Jio की लिस्टिंग की योजना से भी बाजार में उत्साह है। ये तीनों कंपनियां अपनी-अपनी फील्ड में बड़ी पकड़ रखती हैं और उनके आने से न केवल निवेशकों को फायदा होगा बल्कि भारतीय इक्विटी मार्केट की मजबूती भी बढ़ेगी। सबसे पहले बात करें Leap India Ltd की, जो मुंबई की एक प्रमुख सप्लाई चेन एसेट मैनेजमेंट कंपनी है। इस कंपनी ने SEBI को अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) सबमिट कर ₹2,400 करोड़ के फंड रेजिंग प्लान की घोषणा की है। इसमें ₹400 करोड़ की फ्रेश इक्विटी इश्यू होगी और ₹2,000 करोड़ का Offer for Sale (OFS) शामिल है। Leap India के प्रमोटर ग्रुप की कुछ इक्विटी Vertical Holdings और KIA EBT के जरिए पब्लिक ऑफरिंग में बिकेगी। कंपनी के प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹1 है। Leap India के IPO में 50% हिस्सेदारी Qualified Institutional Buyers (QIBs) के लिए, 15% Non-Institutional Investors (NIIs) के लिए और 35% Retail Individual Investors के लिए रिजर्व है। IPO से जुटाए गए पैसे का बड़ा हिस्सा ₹300 करोड़ कर्ज की भरपाई में खर्च किया जाएगा, जबकि बाकी का इस्तेमाल कंपनी के वर्किंग कैपिटल और ऑपरेशनल एक्सपैंशन के लिए होगा
Leap India के पास 13.57 मिलियन से अधिक एसेट्स हैं, और यह देशभर में 30 फुलफिलमेंट सेंटर्स तथा 7,747 कस्टमर टचपॉइंट्स चलाती है। कंपनी के क्लाइंट्स में Panasonic Life Solutions India Pvt Ltd और Marico Ltd जैसे बड़े ब्रांड शामिल हैं। Leap India की सेवा रेंज में एसेट स्टोरेज, रिपेयर और फास्ट डिप्लॉयमेंट शामिल है और यह 900 से अधिक क्लाइंट्स को इंडस्ट्रियल और कंज्यूमर सेक्टर्स में सपोर्ट करती है। इस IPO के बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स JM Financial Ltd, IIFL Capital Services Ltd, UBS Securities India Pvt Ltd और Avendus Capital Pvt Ltd होंगे, जबकि रजिस्ट्रार MUFG Intime India Pvt Ltd है। वहीं Tata Capital, जो Tata Group की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी है, अपने IPO के जरिए ₹17,200 करोड़ जुटाने की तैयारी में है। यह आईपीओ 22 सितंबर 2025 से शुरू होने वाले सप्ताह में लॉन्च होगा और ₹2 बिलियन (लगभग ₹17,200 करोड़) जुटाने का लक्ष्य रखता है। Tata Capital का यह आईपीओ दो हिस्सों में होगा—21 करोड़ शेयरों की फ्रेश इक्विटी इश्यू और 26.58 करोड़ शेयरों का OFS। Tata Sons 23 करोड़ शेयर बेचेंगे जबकि International Finance Corporation (IFC) 3.58 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी। Tata Capital का उद्देश्य इस आईपीओ के जरिए अपनी Tier-1 कैपिटल मजबूत करना और रिटेल तथा होलसेल लेंडिंग के विस्तार को और तेज करना है। कंपनी 2007 में स्थापित हुई थी और यह रिटेल, होलसेल लेंडिंग, वेल्थ मैनेजमेंट, इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूशन, क्रेडिट कार्ड्स और प्राइवेट इक्विटी सेवाएं प्रदान करती है
Tata Capital के पास 7 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। कंपनी का ग्रॉस लोन बुक FY25 में ₹2.26 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, जो FY23 से 37% की CAGR दर्शाता है। कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ₹3,646.6 करोड़ रहा और इसका एसेट क्वालिटी मजबूत बनी हुई है, जिसमें ग्रॉस NPAs केवल 1.9% और नेट NPAs 0.8% हैं। इसी बीच Reliance Industries Ltd (RIL) ने अपनी सहायक कंपनी Reliance Jio को जून 2026 तक लिस्ट कराने की योजना की घोषणा की है। RIL के 48वें AGM में चेयरमैन Mukesh Ambani ने इस बड़े कदम की जानकारी दी। विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों जैसे Nuvama Institutional Equities, JPMorgan और Jefferies ने इस IPO की संभावना को लेकर उत्साह दिखाया है, हालांकि होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट की संभावना को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है। Reliance Jio टेलीकॉम, रिटेल, FMCG और न्यू एनर्जी सेक्टर्स में तेज़ी से विस्तार कर रहा है। Jio की 5G और ब्रॉडबैंड सेवा का विस्तार, रिटेल में 20% की CAGR, FMCG में $12 बिलियन का राजस्व लक्ष्य पांच साल में और Meta व Google Cloud जैसे डिजिटल पार्टनरशिप इसके ग्रोथ प्लान को मजबूती देते हैं। Jio का वर्कफोर्स भी बढ़कर 6.8 लाख से बढ़कर एक मिलियन से अधिक होने का अनुमान है। Leap India और Tata Capital के बड़े IPO, साथ ही Reliance Jio की लिस्टिंग, भारतीय मार्केट की विविधता और संभावनाओं को दर्शाते हैं
ये कदम न केवल सप्लाई चेन और फाइनेंस सेक्टर में निवेशकों की रुचि बढ़ाएंगे, बल्कि टेलीकॉम सेक्टर में भी नई उछाल लाएंगे। आने वाले वर्षों में ये ऑफरिंग्स भारतीय इक्विटी मार्केट की ताकत को और बढ़ावा देंगी और देश की आर्थिक विकास कहानी में नया अध्याय जोड़ेंगी