आज का शेयर बाजार का दिन फिर से उतना ही सुस्त और कंसोलिडेटेड रहा जितना पिछले कुछ दिनों में देखा गया है। Nifty 50 और Sensex ने शुक्रवार को ट्रेडिंग की शुरुआत हौले-हौले बढ़त के साथ की, लेकिन बाजार में कोई बड़ी तेजी या कमजोरी देखने को नहीं मिली। सुबह 9:30 बजे Sensex 83,313.20 के स्तर पर था, जो पिछले बंद से महज 73.73 अंक या 0.09 प्रतिशत ऊपर था। वहीं, Nifty 25,422.90 के स्तर पर खुला, जो 17.60 अंक या 0.07 प्रतिशत का मामूली उछाल था। कुल मिलाकर 1898 शेयर बढ़त में थे, 879 शेयर नीचे थे और 136 शेयर बिना बदलाव के कारोबार कर रहे थे। विशेषज्ञों की नजरों में बाजार में फिलहाल हल्की अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि पिछली ट्रेडिंग सेशन के बंद होने का मूड कुछ सतर्कता वाला रहा। NSE के सेक्टोरल इंडेक्स में भी मिश्रित रुख देखने को मिला। Nifty FMCG सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाला सेक्टर रहा, जिसमें 0.4 प्रतिशत की बढ़त हुई। इसके बाद Nifty Media ने 0.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जबकि Nifty Realty में 0.3 प्रतिशत की मामूली तेजी आई। इसके अलावा Nifty PSU Bank, Nifty Infra और Nifty Pharma भी हल्के सुधार के साथ ट्रेड कर रहे थे
वहीं दूसरी ओर, Nifty Auto और Nifty Metal में 0.2 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। ब्रॉड मार्केट में भी थोड़ा पॉजिटिव मूड बना रहा। Nifty Midcap 100 और Nifty Smallcap 100 दोनों ने लगभग 0.1 प्रतिशत की मामूली तेजी दिखाई। यह संकेत देता है कि बड़े शेयरों के मुकाबले मिड और स्मॉल कैप शेयरों में थोड़ी बेहतर दिलचस्पी बनी हुई है। बाजार की बड़ी खबरों में शामिल है Jane Street Group पर SEBI का बड़ा एक्शन। SEBI ने इस अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म को भारतीय सिक्योरिटीज मार्केट से बैन कर दिया है। इसके साथ ही SEBI ने Rs 4,840 करोड़ की राशि जब्त करने का आदेश भी जारी किया है, जिसे कंपनी के अवैध मुनाफे के तौर पर माना जा रहा है। Jane Street Group ने पिछले साल भारत में इक्विटी डेरिवेटिव्स से लगभग $2.3 बिलियन का नेट रेवेन्यू कमाया था। इस फैसले के बाद कैपिटल मार्केट से जुड़े कुछ शेयरों जैसे Nuvama Wealth Management और BSE में तेज बिकवाली देखी गई। फंड फ्लो की बात करें तो 3 जुलाई को FIIs ने नेट सेलिंग करते हुए भारतीय शेयरों से Rs 1,481 करोड़ निकाले, जबकि DIIs ने Rs 1,333 करोड़ की खरीदारी करके बाजार को थोड़ी मजबूती दी
यह फंड फ्लो संकेत देता है कि विदेशी निवेशक फिलहाल बाजार से निकासी कर रहे हैं, जबकि घरेलू निवेशक खरीदारी में सक्रिय हैं। वैश्विक स्तर पर भी आज का दिन काफी नर्वस रहा। एशियाई शेयर बाजार सीमित रेंज में ट्रेड कर रहे थे क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच आगामी ट्रेड टैरिफ बढ़ाने की धमकी ने तनाव को बढ़ा दिया है। हालांकि, अमेरिकी स्टॉक मार्केट ने गुरुवार को रिकॉर्ड हाई पर बंद किया। S&P 500 और Nasdaq ने लगातार तीसरे सप्ताह लाभ दर्ज किया, जहां Nvidia के मार्केट वैल्यू $4 ट्रिलियन के करीब पहुंच गई। US की मजबूत नौकरियों की रिपोर्ट ने निवेशकों को उत्साहित किया, जिससे ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों के कम होने के बावजूद बाजार ने सकारात्मक रुख दिखाया। तकनीकी नजरिए से देखें तो 25,500 का स्तर Nifty के लिए बेहद अहम बना हुआ है। अगर यह स्तर टूटता है तो बाजार 25,370 के नीचे गिर सकता है और फिर 25,300-25,200 के स्तर तक नीचे आ सकता है। वहीं, 25,500 के ऊपर ट्रेडिंग होने पर बाजार में 25,600 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। अगर 25,600 का रेजिस्टेंस भी टूटा तो 25,670 तक तेजी का रास्ता खुल सकता है
ऑप्शंस मार्केट में भी एक दिलचस्प तस्वीर सामने आ रही है। कॉल राइटर्स ऊंचे स्तरों पर ज्यादा सक्रिय हो रहे हैं, जो सप्लाई बढ़ने का संकेत है, जबकि पुट राइटर्स अपनी पोजीशंस कम कर रहे हैं। 25,500 कॉल स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट है, जो इसे एक मजबूत रेजिस्टेंस जोन बनाता है। वहीं 25,000 पुट स्ट्राइक के पास भी काफी ओपन इंटरेस्ट है, जो इसे एक मजबूत सपोर्ट जोन सिद्ध करता है। ट्रेडर्स के लिए इस समय “buy-on-dips” यानी गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाना बेहतर माना जा रहा है, खासकर जब बाजार में वोलैटिलिटी अधिक हो और सेंटीमेंट मिश्रित हो। रैली के दौरान आंशिक मुनाफा बुक करना और कड़ी ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करना जोखिम प्रबंधन के लिए जरूरी है। Nifty अगर 25,600 के ऊपर टिकता है तो ही नए लॉन्ग पोजीशन्स लेना समझदारी होगी। मौजूदा माहौल में बाजार सतर्कता के साथ थोड़ा सकारात्मक भी बना हुआ है, लेकिन निवेशकों को जरूरी है कि वे तकनीकी स्तरों और वैश्विक घटनाक्रम पर नजर बनाए रखें। फिलहाल Nifty और Sensex में तेजी से ज्यादा कंसोलिडेशन और रेंज-बाउंड मूवमेंट देखने को मिल रही है। ऐसे में जल्द कोई बड़ी प्रवृत्ति बनने की उम्मीद कम ही लग रही है