भारत में 2024 में Demat accounts का आंकड़ा 185 मिलियन के रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच चुका है, जो कि पिछले एक साल में लगभग 46 मिलियन की वृद्धि को दर्शाता है। यह वृद्धि कई महत्वपूर्ण कारण से हुई है, जैसे कि Demat account खोलने की आसान प्रक्रिया, स्मार्टफोन का बढ़ता उपयोग, और बाजार की सकारात्मक वृद्धि। इस लेख में हम Demat accounts के महत्व, वृद्धि के कारण, और इसके भविष्य पर चर्चा करेंगे।
Demat Account क्या है?
Demat account एक ऐसा खाता है जिसमें निवेशक के Shares, बांड, म्यूचुअल फंड्स और अन्य सिक्योरिटी आइटम्स डिजिटल रूप में रखे जाते हैं। इस खाता का मुख्य उद्देश्य निवेशक को उनके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर करने की सुविधा प्रदान करना है, ताकि कागजी कार्यवाही से बचा जा सके। Demat account की मदद से कोई भी व्यक्ति अपने स्टॉक Market निवेश को बिना किसी शारीरिक प्रमाणपत्र के देख और नियंत्रित कर सकता है।
भारत में Demat Accounts की बढ़ती संख्या: एक नजर
भारत में Demat accounts की संख्या में पिछले कुछ साल में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। 2024 में यह आंकड़ा रिकॉर्ड 185 मिलियन तक पहुँच चुका है। पिछले एक साल में लगभग 46 मिलियन नए Demat accounts जोड़े गए हैं, जो कि औसतन हर महीने लगभग 3.8 मिलियन नए accounts का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस वृद्धि ने भारतीय Shares बाजार को नए निवेशक से भर दिया है और इसका मुख्य कारण है Shares बाजार में उच्च रिटर्न्स, आसान खाता खोलने की प्रक्रिया, और स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग से बाजार तक पहुंच की सुविधा।
Covid-19 के बाद बढ़ी Demat Accounts की संख्या
Covid-19 के बाद भारतीय Demat accounts की संख्या में तेज़ी से वृद्धि देखी गई। लॉकडाउन के दौरान लोग ने अपने निवेश को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से करना शुरू किया, और इसके परिणामस्वरूप Demat account खोलने की प्रक्रिया में भी तेजी आई। इसके साथ ही, स्मार्टफोन और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग ने बाजार में नए निवेशक को आकर्षित किया। खासकर उन लोग को, जो पहले Shares बाजार से अंजान थे, अब वे भी आसानी से निवेश करने में सक्षम हो गए हैं।
Demat Accounts में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
हाल के वर्ष में महिलाओं की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जो Demat accounts खोल रही हैं। 2021 से हर साल लगभग 30 मिलियन नए Demat accounts खुले हैं, और उनमें से लगभग एक चौथाई महिला निवेशक हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि महिलाएं अब अपनी बचत को वित्तीय बाजार में निवेश करने के रूप में उपयोग करने लगी हैं। इस बढ़ती भागीदारी का कारण न केवल वित्तीय साक्षरता में वृद्धि है, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की पहुंच और आसान निवेश विकल्प भी हैं।
Demat Accounts का भविष्य
आने वाले वर्ष में Demat accounts के संख्या में और वृद्धि की संभावना है। विशेषज्ञ का मानना है कि 2025 में 40 मिलियन नए Demat accounts खोले जा सकते हैं, जो कि पिछले साल के मुकाबले एक नई ऊँचाई होगी। इसके साथ ही, भारतीय Shares बाजार का आकार भी बढ़ेगा, और अधिक कंपनियां निवेशक से पूंजी जुटाने के लिए Shares बाजार में लिस्ट हगी।
Demat Accounts खोलने की प्रक्रिया
Demat accounts खोलने की प्रक्रिया अब बेहद सरल हो गई है। पहले जहां इस प्रक्रिया में कई कागजी कार्यवाही और जटिलताएँ होती थीं, वहीं अब यह पूरी तरह से डिजिटल और आसान हो गई है। आमतौर पर आपको केवल अपनी पहचान और पते का प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण और पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। कई ब्रोकरेज कंपनियां अब पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन प्रदान करती हैं, जिससे निवेशक अपने घर बैठे Demat account खोल सकते हैं।
Demat Accounts के फायदे
- कागजी कार्यवाही से मुक्ति: Demat account के माध्यम से निवेशक अपने सभी निवेश को डिजिटल रूप में देख सकते हैं, जिससे कागजी कार्यवाही की आवश्यकता खत्म हो जाती है।
- आसान ट्रांजैक्शन: Shares को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी बहुत सरल हो जाती है, क्यकि सब कुछ डिजिटल रूप में होता है।
- सुरक्षा: Demat account में निवेश को सुरक्षा की पूरी गारंटी मिलती है, क्यकि यह पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक और सुरक्षित रूप में रखा जाता है।
- तत्काल निपटान: Shares का निपटान (settlement) भी अधिक तेज़ होता है, जिससे निवेशक को अपनी ट्रेडिंग की प्रक्रिया में आसानी होती है।
भारत में निवेशक की बढ़ती संख्या: एक संकेत
भारत में बढ़ते हुए Demat accounts की संख्या यह संकेत देती है कि लोग अब निवेश को एक सामान्य आवश्यकता के रूप में देख रहे हैं। पहले जहां केवल कुछ ही लोग Shares बाजार में निवेश करते थे, अब यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। यह भारतीय बाजार में निवेश के प्रति जागरूकता और साक्षरता की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है।
भारतीय कंपनिय से पूंजी जुटाने का तरीका
भारतीय कंपनियाँ अब पहले से कहीं ज्यादा पूंजी जुटाने के लिए Shares बाजार का सहारा ले रही हैं। पिछले 10 वर्ष में भारतीय कंपनिय द्वारा पूंजी जुटाने का आंकड़ा 10 गुना बढ़ चुका है। 2014 में जहां कंपनियाँ केवल ₹12,068 करोड़ जुटा पाती थीं, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर ₹1.67 लाख करोड़ तक पहुँच चुका है। इसका मुख्य कारण Shares बाजार में निवेशक की बढ़ती भागीदारी और बाजार का बेहतर प्रदर्शन है।
Conclusion: Demat Accounts के विकास में नई संभावनाएं
भारत में Demat accounts की वृद्धि न केवल भारतीय Shares बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है, बल्कि यह देश के वित्तीय साक्षरता और निवेशक जागरूकता में भी वृद्धि का प्रतीक है। नए निवेशक की बढ़ती संख्या, विशेषकर महिलाओं की, यह दिखाती है कि अब भारतीय समाज में निवेश एक सामान्य और सशक्त आर्थिक आदत बनती जा रही है। आने वाले वर्ष में भारतीय Shares बाजार और Demat accounts की संख्या में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है।
इसलिए, यदि आप भी निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो यह सही समय है, क्यकि Demat accounts के माध्यम से निवेश की प्रक्रिया अब पहले से कहीं ज्यादा सरल और सुरक्षित हो गई है।